नई दिल्ली: सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कम्पनी की दो फैसिलिटी पर किए गए ड्रो’न हम’ले के बाद ईरान ने बयान जारी किया है. ईरान ने अमरीका के उस बयान को सिरे से ख़ारिज किया है जिसमें अमरीका ने कहा था कि इस हम’ले में ईरान का हाथ है. ईरान ने कहा कि अमेरिका इस इस्लामी गणराज्य के ख़ि’लाफ़ कार्रवाई करने के लिए कोई बहाना ढूंढ रहा है. आपको बता दें कि अमरीका ने कहा था कि ये हम’ला ईरान के इशारे पर किया गया है.
अमरीकी सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट माइक पोम्पो ने कहा था कि वो ईरानी अग्रेशन की निं’दा करते हैं. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि तेहरान ने सऊदी अरब पर लगभग 100 हम’ले किए हैं और रूहानी और ज़रीफ़ ऐसे दिखाते हैं जैसे वो कूटनीति में हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई सबूत नहीं है कि ये ह’मला यमन से किया गया. पोम्पो ने कहा कि विश्व की ऊर्जा सप्लाई पर ये बड़ा हम’ला है.
उन्होंने इस ह’मले के लिए सीधे तौर पर ईरान को ज़िम्मेदार मानते हुए कहा कि हम अपने सभी साथियों के साथ काम करेंगे और वैश्विक ऊर्जा सप्लाई को रुकने नहीं देंगे. आपको बता दें कि ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों ने भी इस ड्रो’न हम’ले की निंदा की थी लेकिन अमरीका ने इसके लिए सीधे तौर पर ईरान को ही ज़िम्मेदार ठहरा दिया.
ब्रिटेन ने इस हम’ले के पीछे ईरान को ज़िम्मेदार नहीं बताया है और हौथी विद्रोहियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि हौथी विद्रोहियों को सऊदी अरब की सिक्यूरिटी पर ह’मले बंद करने होंगे. आपको बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस ड्रो’न ह’मले के बाद क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान को फ़ोन किया और सऊदी सेल्फ़-डिफेंस में वो मदद के लिए तैयार है.
UAE ने भी इस ह’मले की निंदा की. उल्लेखनीय है कि शनिवार के रोज़ सऊदी अरब के ऊपर एक बार फिर ड्रोन हम’ला किया गया है. ये ह’मला सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको के प्लांट पर किया गया था. फ़िलिस्तीन ने भी एक बयान जारी कर कहा था कि वो इस मुश्किल घड़ी में सऊदी अरब के साथ है.