चंडीगढ़: हरियाणा में सियासी माहौल गर्म होने लगा है. भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी के उपाध्यक्ष ने अचानक ही ऐसा बयान दे दिया है जिसके बाद राज्य के हालात गर्म हो गए हैं. भाजपा के बड़े नेता भी इस बारे में फ़ोन और मीटिंग करने लगे हैं. जननायक जनता पार्टी के विधायक और उपाध्यक्ष राम कुमार गौतम ने अपना इस्तीफ़ा देकर सनसनी फैला दी है. उपमुख्यमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने उनको मनाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने अपना रुख़ और कड़ा कर लिया है.
चौटाला के बयान आने के बाद राम कुमार गौतम ने कहा,”क्या इस्तीफ़ा? मैंने कह दिया..तो ये मेरा इस्तीफ़ा है. उन्होंने मुझे पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है लेकिन ये राष्ट्रीय पार्टी नहीं है..ये बस 4-5 राज्यों तक ही सीमित है और इसमें उनका होम डिस्ट्रिक्ट शामिल नहीं है.राम कुमाद गौतम की बग़ावत के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं में भी मीटिंग का दौर चला लेकिन कहा जा रहा है कि अभी बस देखते रहिये और कुछ कमेन्ट न करिए.
उनके क़रीबी मानते हैं कि वो मंत्री बनना चाहते थे लेकिन उनकी इस माँग को नज़रंदाज़ कर दिया गया. इस बीच ये ख़बर आयी कि भाजपा-जेजेपी का गठबंधन गुरुग्राम के एक मॉल में तय हुआ. ये बात आते ही राम कुमार की नाराज़गी बढ़ गई.उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का दुःख नहीं कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया लेकिन मुझे दुःख हुआ कि जेजेपी और भाजपा का गठबंधन एक मॉल में तय हुआ.
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. सबसे अधिक सीट पाने वाली भाजपा ने जननायक जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना ली. इस गठबंधन में जो शर्तें थीं उनमें दुष्यंत चौटाला को उप-मुख्यमंत्री बनाना भी शामिल था. दुष्यंत पार्टी के अध्यक्ष हैं और उन्होंने कुछ ही महीनों में पार्टी को खड़ा कर दिया.