इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गुरदासपुर लोकसभा सीट से सनी देओल को मैदान में उतारा था. उन्होंने यहाँ कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ को हराया. अब मगर सनी देओल मुश्किल में पड़ते नज़र आ रहे हैं. गुरदासपुर लोकसभा सीट से सांसद सनी की संसद सदस्या पर ख़’तरे के बादल मंडराने लगे हैं. उनपर ये आरोप है की उन्होंने चुनाव के समय तय किए हुए खर्च से ज्यादा खर्च किया है सूत्रों के अनुसार गुरदासपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग को एक रिपोर्ट दे है जिसके अनुसार सनी देओल ने चुनाव अभियान के लिए निर्धारित खर्च की 70 लाख रुपये की सीमा को क्रॉस किया है.
उल्लेखनीय है कि उनके ख़िलाफ़ आरोपों को सही पाया गया है. अब अगर चुनाव आयोग उन्हें दोषी ठहरा देता है तो फिर संसद सदस्यता रद्द भी हो सकती है।सूत्रों के अनुसार जिला निर्वाचन अधिकारी विपुल उज्ज्वल ने निर्वाचन अधिकारी एस करुणा राजू को एक रिपोर्ट दी है जिसमें उन्होंने बताया है कि सनी देओल द्वारा चुनाव अभियान पर 78.51 लाख रुपये खर्च किये है और उन्होंने जब की खर्च की सीमा सिर्फ 70 लाख रुपये है.

उन्होंने कुल 8.51 लाख रुपये ज्यादा खर्च किये है इस तरह ये रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल ऐक्ट,1951 के सेक्शन 123 (6) के तहत यह गड़बड़ी चुनाव के भ्रष्ट गतिविधियों में आती है बता दे की इसके अनुसार सांसद को उसकी सदस्यता के अयोग्य भी ठहराया जा सकता है।इस रिपोर्ट की करवाई पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमवार तक चुनाव आयोग में आगे की कार्रवाई के लिए उसे भेजने वाले है।

बता दे की सनी के सामने कांग्रेस के सुनील जाखड़ थे और उन्होंने उन्हें 82,459 वोटों से हराया था।पर बता दे की उन्होंने अपने प्रचार में सिर्फ 61,36,058 रुपये खर्च किए थे यानि के निर्धारित रकम से लगभग 9 लाख रुपये कम साथ ही सभी उम्मीदवारों ने भी चुनाव खर्च की सीमा का पालन किया है डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग ऑफिसर ने सनी इस बात का नोटिस भेज दिया है और अब उनके जवाब का इंतजार कर रहे है. आपको ये भी बता दे की इस वजह से अगर उनकी सदस्यता इस चक्कर में चली जाती है तो चुनाव आयोग इस के बाद निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुनील जाखड़ को निर्वाचित घोषित कर सकता है