हाल ही में उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव हुए हैं। जिसको लेकर कई सारी खबरें अपने सुनी भी होंगी। इस बीच एक ऐसी खबर सुनने में आई है, जिसका कोई मतलब ही नहीं बनता। दरअसल, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में निकाय चुनाव (Nikaay Chunaav) के नतीजों में एक निर्दलीय प्रत्याशी Nirdaleey Pratyashi Ki jeet ka jashn को जीत हासिल हुई। ऐसे में जब उस प्रत्याशी के समर्थकों ने जीत का जश्न मनाया तो पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। ऐसा इस लिए हुए क्योंकि वह आतिशबाजी कर रहे थे और साथ ही उन्होंने अपने पैरों से गुलाब के फूलों को भी कुचल दिया।
इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी के साथ वायरल हो रहा है। जिसमें आप देख सकते हैं कि दो युवक जीत का जश्न मनाते हुए पटाखे फोड़ रहे हैं और साथ ही अपने पैरों से गुलाब के फूल कुचल रहे हैं। पुलिस ने ये कहते हुए उनको कोर्ट में पेश किया कि वह समाज के लिए खतरा हैं। यूपी पुलिस की इस बात पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने फटकार लगाई।
ये पूरा मामला लखीमपुर खीरी के भीरा कोतवाली का है, जहां कुछ युवाओं ने जीत का जश्न मनाया तो भाजपा के कार्यकर्ताओं को ये पसंद नहीं आया और उन्होंने आपत्ति जताते हुए भीरा थाने में शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत के चलते पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से आरोपी अंकुर शुक्ला और अमन को ज्यूडिशियल रिमांड पर लेने की बात रखी।
लेकिन ये पूरा मामला जानने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट शिखर अग्रवाल ने पुलिस को लताड़ दिया और उनसे पूछा की ये किस तरह से समाज के लिए खतरा है.? इसके बाद मजिस्ट्रेट ने CRPC की धारा 41 का पालन करने का निर्देश देते हुए आरोपियों को वापस कर दिया। कानून के तहत अगर अब पुलिस साबित कर देती है कि वह दोनों युवक समाज के लिए खतरा हैं तो उनको जेल में डाल दिया जाएगा।