पहले अतीक-अशरफ और अब टिल्लू ताजपुरिया धीरे धीरे माफियाओं का अंत होता चला जा रहा है। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इन सभी माफियाओं का अंत पुलिस ने नहीं बल्कि गुंडों ने किया है। हाल ही में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया को पुलिस की निगरानी में ही मार दिया गया। जिसके बाद अब इस मामले में तिहाड़ जेल के सात पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की खबर सामने आ रही है।
खबर के अनुसार इस मामले में तब एक्शन लिया गया जब दिल्ली कारागार के महानिदेशक संजय बेनीवाल ने तमिलनाडु पुलिस को एक पत्र लिखा और इस पत्र में उन सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एक्शन लेने को कहा गया, जो टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के समय वहां मौजूद थे। एक जेल अधिकारी ने इस मामले में बयान भी जारी किया है।
इस अधिकारी के बयान के अनुसार तमिलनाडु पुलिस ने अपने सात कर्मियों को निलंबित कर दिया है और उन्हें वापस बुलाया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पहले एक बैठक भी की गई थी जिसके बाद इन सभी कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की गई। मंगलवार सुबह को चार अपराधियों ने मिलकर टिल्लू ताजपुरिया को मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद से लगातार इस मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये अपराधी गोगी गिरोह के सदस्य हैं। टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि टिल्लू ताजपुरिया पर हमला पुलिस कर्मियों के सामने किया गया और पुलिस कर्मी हमलावरों को रोकने में नाकाम रहे। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पुलिस कर्मियों ने अपराधियों को रोकने की भी कोशिश नहीं की थी।