लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति के बड़े नेता माने जाने वाले सपा सांसद आज़म ख़ान, उनकी पत्नी तन्ज़ीन फ़ातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म ने एक स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके बाद अदालत ने तीनों को २ मार्च तक के लिए न्यायिक हि’रासत में भेज दिया है. आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण बनाने समेत कई अन्य मामलों में कोर्ट में पेश हुए थे। वो जब अदालत परिसर में आये तो वो अपने ही अंदाज़ में नज़र आये और कहीं से नहीं लगा कि वो परेशान हैं.
इससे पहले बार-बार के आदेश से लेकर मुनादी तक कराने के बाद भी कोर्ट में हाजिर न होने पर स्पेशल कोर्ट ने मंगलवार को सीआरपीसी की धारा-83 के तहत संपत्ति को कुर्क करने का आदेश जारी किया था. दराअसल भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने गंज कोतवाली में मोहम्मद आजम खान, अब्दुल्ला आजम और तजीन फातिमा के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें उन पर ये आरोप लगाया गया था कि अनुचित लाभ लेने के लिए दो जन्म-प्रमाण पत्र बनवाये गए.
मामला अदालत में विचाराधीन है. इस मामले में पहले भी तीनों के ख़िलाफ़ ग़ैर-ज़मानती वारंट इशू किया जा चुका है.इस पूरे मामले को समाजवादी पार्टी बदले की कार्यवाई बता रही है और राजनीति से प्रेरित मान रही है. इसके पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आज़म के बेटे अब्दुल्ला आज़म की विधायकी रद्द कर दी थी. सपा इस मामले पर प्रदर्शन करने की बात कह रही है. जानकार मानते हैं कि सपा अब इस पर आक्रामक रुख़ अपनाने का विचार कर रही है क्यूँकि 2022 का चुनाव अब बहुत दूर नहीं है.