मंगल के रोज़ रूस और तुर्की के बीच एक अहम अग्रीमेंट की घोषणा हुई। तुर्की और रूस के बीच इस बात पर सहमति हो गई है कि तुर्की से लगे सीरिया बॉर्डर से कुर्दिश लड़ाकों को हटाया जाएगा। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इस अग्रीमेंट को ऐतिहासिक बताया है। इस डील से ये बात भी साफ़ हो गई है कि अब सीरिया में अमरीका कोई पार्टी नहीं रह गया।
सीरिया में अब तुर्की और रूस ही विदेशी पार्टी रहेंगे। इस डील से अमरीका की विश्व में कूटनीतिक स्थिति कमज़ोर पड़ेगी। आपको बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पहले ही अमरीकी फ़ौज को सीरिया से वापिस बुलाने की घोषणा कर चुके हैं। तुर्की और रूस के बीच हुए इस एग्रीमेंट के बाद साफ़ है कि तुर्की ‘सेफ़ ज़ोन’ पर अपना कंट्रोल स्थापित कर लेग।
तुर्की ने आपरेशन पीस स्प्रिंग को लॉन्च कर दिया था जिसका मक़सद सेफ़ ज़ोन से कुर्दिश लड़ाकों को हटाना है। अमरीका से एक डील के बाद तुर्की ने पाँच दिनों के सीज़-फ़ायर का एलान किया था जिसकी अवधि आज समाप्त हो जाएगी। परंतु रूस और तुर्की के बीच हुई इस डील से लगता है कि अब तुर्की को ऑपेरशन पीस स्प्रिंग को और चलाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
तुर्की और रूस के बीच ये समझौता सीरिया के आगे के फ़्यूचर को भी तय करेगा। दोनों देशों की फ़ौज ने आज सेफ़ ज़ोन की पेट्रोलिंग भी की। तुर्की ने पहले ही ये साफ़ कर दिया है कि जब तक कुर्दिश चरमपंथी क्षेत्र छोड़ नहीं देते हैं वो अपना अभियान जारी रखेगा। तुर्की ने अपना अभियान 9 अक्टूबर को शुरू किया था।
9 अक्टूबर को तुर्की के फाइटर जेट ने YPG के ठि’कानों पर हम’ला किया. ल’ड़ाकू विमान ३० किलोमीटर अन्दर तक सीरिया में गए. आपको बता दें कि तुर्की के YPG ठिका’नों पर ह’मला करने के निर्णय से अमरीका ख़ुश नहीं है. इसको लेकर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी ट्वीट किया था. कूटनीतिक तौर पर तुर्की ने इस बात का ख़याल रक्खा है कि वो सभी लीगल कार्यवाई पूरी करे.