क्रिकेट: वैसे तो क्रिकेट एक टीम गेम है, जिसमें सभी ग्यारह खिलाडियों के प्रदर्शन के बल पर ही जीत मिलती है।लेकिन इसमें कप्तान की ज़िम्मेदारी सबसे ज़्यादा अहम होती है। एक कप्तान ही यह तय करता है कि किस खिलाड़ी से कब और कैसे उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदेश लेना है। ऐसे मे कई बार कप्तान का अपना खेल भी प्रभावित होता है। लेकिन दुनिया मे कई ऐसे कप्तान भी हुए हैं जिन्होंने बिना किसी दबाव का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदेश देते हुए विश्व कीर्तिमान बनाये हैं। इसी कड़ी मे एक नज़र डालते हैं उन कप्तानों पर जिन्होंने टेस्ट मैच मे नाबाद रहते हुए बड़ी पारियां खेली हैं। इस क्रम मे सबसे ऊपर नाम है वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा का।
अपने समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों मे शामिल लारा ने साल 2004 में यह रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 43 चौके और 4 छक्के सहित नाबाद 400 रन जड़ दिए थे। दूसरे नंबर पर आते हैं ऑस्ट्रेलिया के मार्क टेलर ।उनके 1998 में पाकिस्तान के खिलाफ पेशावर में 564 गेंदों में 32 चौके और 1 छक्का लगाते हुए 334 रनों की नाबाद पारी खेली थी। तीसरे स्थान पर आस्ट्रेलिया के ही एक और कप्तान माइकल क्लार्क। उनके 2012 में भारत के खिलाफ 464 गेंदों में 329 रन नाबाद बनाएं थे। इस.सूची मे छठे स्थान पर भी माइकल क्लार्क हैं।उनके 2012 मे ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 398 गेंदों में न 259 रन की नाबाद पारी खेली थी।

आश्चर्यजनक रूप से पाकिस्तान के पूर्व कप्तान तेज़ गेंदबाज़ वसीम अकरम भी इस सूची मे शामिल हैं।वह सातवें नंबर पर हैं। उन्होंने जिम्बाब्वे के विरुद्ध 1996 में 363 गेंदों में 22 चौके और 12 छक्के जड़ते हुए 257 रनों की नाबाद पारी खेली थी। भारतीय उपमहाद्वीप के एक और खिलाड़ी महेला जयवर्धने भी इस सूची मे हैं ।वह नोवें स्थान पर हैं।उन्होंने इंग्लैंड की टीम के खिलाफ 411 गेंदों में 25 चौके लगाते हुए 213 रनों की नाबाद पारी खेली थी। सबसे बड़ी खुशी की बात यह है है कि इस सूची मे एक भारतीय कप्तान भी है शामिल हैं। मंसूर अली खान पटौदी उर्फ नवाब पटौदी ने 1964 में भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए इंग्लैंड की टीम के विरुद्ध दिल्ली में बतौर नाबाद 203 रन बनाये थे। वह इस सूची मे दसवें नंबर पर हैं।