दुनिया भर में कोरोना म’हामारी से ल’ड़ने की कोशिशें की जा रही हैं. हर एक देश अपने अपने स्तर पर इससे ल’ड़ाई ल’ड़ रहा है और कई देशों में इसके वैक्सीन बनाने की रिसर्च भी तेज़ी से चल रही है. भारत में भी कोरोना वैक्सीन(Corona Virus Vaccine) की रिसर्च का काम तेज़ है. इस बीच ख़बर है कि इटली (Italy makes first Covid Vaccine) ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है और कहा है कि अभी ये टेस्ट के स्तर पर है वहीँ इज़राइल ने इससे जुड़ी एंटीबाडी का दावा किया है. दोनों दावों की परख अभी बाक़ी है.
इज़राइल(Israel) के इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च (IIBR) ने को’रो’ना वा’यर’स की एं’टीबॉ’डी वि’क’सित करने में सफलता हासिल करने की बात कही है. ये दावा देश के रक्षामंत्री नैफताली बेन्नेट ने सोमवार को किया. वहीं इटली ने दावा किया है कि उसने वैक्सीन तैयार कर ली है. कोरोना से ल’ड़ाई को लेकर इटली का दावा सबसे बड़ा माना जा रहा है. हालाँकि इसमें ये बात समझने की है कि अभी इन दोनों ही दावों में बहुत सी बातों को समझना ज़रूरी है और ये अभी भी रिसर्च के दौर में ही हैं.
अरब न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इटली कोविड-19 की वैक्सीन बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है जो इंसानों पर भी असरदार है. यह रिपोर्ट रोम के ‘इंफेक्शियस डिसीज स्पैलनज़ानी हॉस्पिटल’ में हुए एक परीक्षण पर आधारित है.इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन ने चूहों के शरीर में एंटीबॉडीज जेनरेट की है जिसका असर इंसान की कोशिकाओं पर भी होता है. दवा बनाने वाली एक फर्म ‘ताकीज़’ के सीईओ लिगी ऑरिसिशियो ने इटली की एक समाचार एजेंसी के हवाले से कहा है,यह इटली में वैक्सीन का परीक्षण करने वाले उम्मीदवारों का सबसे एडवांस स्टेज है.”
इस बीच ख़बर है कि ईरान(Iran) में भी वैक्सीन बनाने का काम तेज़ी से चला रहा है. तेहरान विश्व विद्यालय के कुलपति ने बताया है कि इस यूनिवर्सिटी में कोरोना की वैक्सीन बनाने की शोध का पहला चरण शुरू हो गया है. महमूद नीली अहमदाबादी ने बुधवार को कहा कि उपचार, वैक्सिनेशन, टेस्ट और डेटा रिसर्चिंग जैसे विभिन्न विभागों के वैज्ञानिक वर्किंग ग्रुप बना दिए है और तेहरान विश्व विद्यालय व चिकित्सा विज्ञान के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस का टीका तैयार करने की शोध का पहला चरण शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये शोधकर्ता जल्द से जल्द कोरोना का टीका तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।