कर्नाटक में कांग्रेस ने हर किसी को चौंका दिया है। अभी तक के रुझानों के अनुसार कांग्रेस अकेले दम पर राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए तैयार है। भाजपा समेत अन्य दल भी ये देख कर हैरान हैं। हालांकि शुरुआती रुझानों को देखने के बाद ही बीजेपी नेता और राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपनी हार स्वीकार करली है। उन्होंने एक बयान जारी करते हुए खुद इस हार को स्वीकार किया है।
उन्होंने अपने इस बयान में कहा है कि “हम मंज़िल तक नहीं पहुंच पाए…” हालांकि इसके बाद उन्होंने कहा है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में वापसी करेंगी। उन्होंने मीडिया के सामने बड़े ही कॉन्फिडेंस के साथ कहा कि “सभी परिणाम आने के बाद हम विस्तृत विश्लेषण करेंगे और एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में हम विभिन्न स्तरों पर अपनी कमियों को देखेंगे उसमें सुधार करेंगे और इसे पुनर्गठित कर लोकसभा चुनाव में वापसी करेंगे।”
जहां एक तरफ भाजपा अपनी हार स्वीकार कर चुकी है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस में जीत का जश्न मनाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के नेता बड़ी ही धूम धाम से जश्न मनाकर जीत की खुशी जाहिर कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस की ओर से भाजपा पर भी तंज कसा जा रहा है। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि “भाजपा को यह संदेश मिल गया है कि जनता के मुद्दों पर टिके रहना ही मायने रखता है।”
कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा ने भाजपा को लेकर जारी किए गए बयान में कहा कि “यह बीजेपी के लिए संदेश है कि कृपया उन मुद्दों पर टिके रहें, जो लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हैं और भारत को बांटने की कोशिश न करें।” बताते चले कि कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों में से कांग्रेस ने करीब 120 सीटों पर बढ़त हासिल करली है। जबकि बहुमत के लिए 113 सीटों पर जीत हासिल होना जरूरी है।