नई दिल्ली: अपने दूसरे कार्यकाल के पहले बजट को आज मोदी सरकार ने पेश किया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में कई विशेष क़दम उठाये हैं. उनके बजट भाषण के कुछ अंश इस प्रकार हैं-अब कार्यक्रमों की रफ्तार तेज की जाएगी और लालफीताशाही को कम किया जाएगा. डेढ़ करोड़ रुपये से कम के सालाना कारोबार वाले तीन करोड़ खुदरा कारोबारियों एवं दुकानदारों को प्रधानमंत्री कर्मयोगी मानधन योजना के तहत पेंशन योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा.
उन्होंने कहा-“बीते वित्त वर्ष में देश में 64.37 अरब डॉलर का एफडीआई आया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2017-18 से छह प्रतिशत अधिक है. मैं इस लाभ को और बेहतर करने का प्रस्ताव करती हूं जिससे भारत को विदेशी निवेश के लिए और अधिक आकर्षक गंतव्य बनाया जा सके.-“सरकार का मकसद ‘‘हमारे नागरिकों के जीवन को अधिक सरल बनाना है. यह सूचना देते हुए प्रसन्न एवं संतुष्ट हूं कि भारत को दो अक्तूबर 2019 को खुले में शौच करने से मुक्त घोषित किया जाएगा.”
2022 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार में बिजली का कनेक्शन और स्वच्छ ईधन आधारित रसोई सुविधा होगी.जो लोग कनेक्शन नहीं लेना चाहते, उन्हें छोड़कर 2022 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार में बिजली कनेक्शन और स्वच्छ ईधन आधारित रसोई सुविधा होगी.-“प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में 80,250 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से 1,25000 किलोमीटर सड़कें बनाई जाएंगी. प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 2019-20 से 2021-22 तक पात्रता रखने वाले लाभार्थियों को 1.95 करोड़ मकान मुहैया कराये जाएंगे. इनमें रसोई गैस, बिजली एवं शौचालयों जैसी सुविधा होगी.”

वहीं बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने टिपण्णी की. उन्होंने इस बारे में भी टिपण्णी की कि वित्त मंत्री अपना बजट डाक्यूमेंट्स ब्रीफ़-केस में नहीं लायीं थीं बल्कि चार लाल कपड़ों में लपेट के लायी थीं. इस पर टिपण्णी करते हुए चिदंबरम ने कहा कि मुझसे पूछिए.. हमारे कांग्रेस के वित्त मंत्री आई पैड लेकर आएँगे.उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने दावा किया कि हमने NPA को 1 लाख करोड़ से कम हो गया है जबकि उन्होंने ये नहीं बताया कि इसी पीरियड में Rs 5,55,603 करोड़ के क़र्ज़ माफ़ रिटिन ऑफ़ कर दिए गए हैं.