लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पुलिस ने कुछ अहम् फ़ैसले लिए हैं. आपको बता दें कि हमने आपको ख़बर बतायी थी कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने आदेश जारी किया है कि सड़कों पर नमा’ज़ पढ़ने पर रोक लगा दी गई है. इस ख़बर में हम एक बात जोड़ना चाहेंगे जिसके बारे में तब हमें ज्ञात नहीं हुआ था. असल में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सड़क पर नमाज़ पढ़ने के साथ-साथ आरती करने पर भी रोक लगा दी है.
उत्तर प्रदेश पुलिस(डीजीपी) ओपी सिंह ने यह आदेश दिया है. उन्होंने बताया है कि सार्वजानिक जगहों पर ये काम नहीं किए जा सकते. उन्होंने कहा कि सार्वजानिक जगहों पर इसकी वजह से यातायात में परेशानी होती है इसलिए इसकी अनुमति नहीं दी जायेगी.डीजीपी सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि धार्मिक स्थानों पर जब भी नमाज या आरती की व्यवस्था हो तो उसमें कोई भी व्यक्ति सड़कों पर नहीं आना चाहिए ताकि यातायात बाधित न हो.
उन्होंने कहा कि यह निर्देश प्रदेश के सभी जनपदों में लागू होगा. सिंह ने कहा, इस बात के मौखिक निर्देश में हमने कहा है कि पीस कमेटी की मीटिंग बुलाकर आपसी सौहार्द का वातावरण बनाकर इस प्रकार की कार्रवाई शुरू की जाए. मैं समझता हूं कि हमारा यह प्रयोग सफल होगा.’ आपको बता दें कि समाचार एजेंसी आईएएनएस से ये जानकारी मिली थी कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सड़कों पर जु’मे की न’माज़ पढ़ने पर रोक लगा दी है.
इस बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से बयान जारी किया गया है. इस बयान में कहा गया है कि जु’मे की नमा’ज़ के दौरान इस प्रथा को नियमित रूप से चालु रखने की अनुमति नहीं दी जायेगी.पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने इस बारे में कहा,”विशेष अवसरों पर जब ज्यादा भीड़ एकत्र होती है, तो जिला प्रशासन द्वारा इसकी अनुमति दी जा सकती है, लेकिन हर जु’मे की न’माज के दौरान इस प्रथा को नियमित रूप से करने की अनुमति नहीं दी जाएगी…” इस फ़ैसले के पीछे अभी तक सरकार की ओर से कोई विशेष तर्क नहीं दिया गया है.