लखनऊ: को’रोना वा’यरस की समस्या ने पूरी दुनिया को बंद सा कर दिया है. इस वायर’स ने बड़ी संख्या में मासूम लोगों की जान ले ली है. इसको रो’कने के लिए भारत सरकार ने भी कई बड़े क़दम उठाये हैं. सरकार ने जो बड़े क़दम उठाये हैं उनमें से एक लॉक-डाउन भी है. कोरो’ना को रो’कने के लिए लॉक-डाउन तो ज़रूरी है लेकिन इस लॉक डाउन ने भी कई तरह की समस्याएँ पैदा कर दी है. लॉक-डाउन में सबसे ज़्यादा परेशानी ग़रीब तबक़े को हो रही है.
पूरे देश से इस तरह की ख़बरें आ रही हैं कि ग़रीब लोगों को सही से भोजन भी नहीं मिल पा रहा है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा क़दम उठाया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उच्च-अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उन्होंने इस मीटिंग में ज़ोर दिया कि हर एक ज़रूरतमंद तक ज़रूरी खाद्य आइटम पहुँचाया जाए. उन्होंने कहा कि ऐसा करते वक़्त उसका राशन कार्ड या आधार कार्ड न देखा जाए.
आदित्यनाथ ने कहा कि इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि व्यक्ति के पास राशन कार्ड है या नहीं, आधार कार्ड है या नहीं, अगर वो व्यक्ति ज़रूरतमंद है तो उसे खाद्य आइटम मिलना ही चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि यदि वो माइग्रेंट है तो भी उसे खाद्य आइटम मिलना चाहिए. मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि स्थिति पहले से बेहतर होगी. अब तलक उत्तर प्रदेश में कुल 805 को’रोना संक्र’मित व्यक्तियों की पुष्टि हुई है, इनमें से 74 पूरी तरह ठीक होकर अस्पताल से घर जा चुके हैं.