पहलवानों का धरना पिछले डेढ़ महीने से चल रहा है, लेकिन अभी तक आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ किसी भी तरह की कार्यवाई नहीं की गई है। देश के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने वाले पहलवान आज भी सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच सवाल ये उठता है कि आखिर क्या सरकार के साथ साथ कानून भी बृजभूषण के साथ है.? बृजभूषण के खिलाफ करीब 15 आरोप लगे हैं।
इन आरोपों में 10 यौन उत्पीड़न के आरोप हैं और दो सेक्सुअल फेवर के हैं। इतने सारे आरोपों के बाद भी कानून को भी एक्शन लेता नज़र नहीं आ रहा है। एफआईआर दर्ज हुए भी करीब 37 दिन हो चुके हैं। फिलहाल कानून पीड़ितों को शक की निगाह से देख रहा है और सवाल भी पीड़ितों से ही पूछे जा रहे हैं। आज देश की जनता पहनवानों के समर्थन में खड़ी है, लेकिन सवाल तो आखिर ये ही है कि कानून किसके साथ है?
खबर मिली है कि इस मामले में चार गवाह सामने आए हैं। इनमें एक ओलंपिक पहलवान, एक कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट और एक रेफरी और एक कोच शामिल हैं। इन सभी लोगों का कहना है कि पहलवानों के साथ जो कुछ भी हो रहा है वो गलत है। उनको इंसाफ मिलना चाहिए। इसके अलावा इन लोगों का कहना है कि मामला में सच जल्दी ही सामने आएगा।
सच क्या है क्या नहीं इसके बारे में कोई नहीं जानता। किसी को लगता है कि पहलवानों का धरना प्रदर्शन करना सही है तो कोई कहता है कि कानून अपना काम कर रहा है। आखिर सही क्या है.? इसको लेकर आज बड़ी बहस होने वाली है। कानून आरोपी बृजभूषण के पक्ष में है या सच्चाई के.? आज इन सभी सवालों पर बड़ी बहस होने वाली है। पत्रकार संदीप चौधरी के शो “सबसे बड़ा सवाल” में इन सभी सवालों पर बहस होगी।