चंडीगढ़: पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में साथ उतरने का फैसला ले चुके बसपा अकाली दलों के गठजोड़ पर बसपा संस्थापक काशीराम की बहन स्वर्ण कौर ने निशाने पर लेटे हुए इसे अरबपतियों का गठबंधन बताया। उन्होंने कहा कि इन दलो के नेता गरीबों को अपने पास फटकने नही देते हैं। ये गठबंधन बसपा अकाली दल को बचाने का गठबंधन है न कि शोषितों वंचितों को बचाने का।
उन्होंने कहा कि उनके भाई ने दलितों शोषितों के लिए निःस्वार्थ भाव से संघर्ष किया। काशीराम गरीबों के बीच रहते थे, उन्ही की तरह जीवन जीते थे। इतना ही नही काशीराम फर्श पर सोते थे। सादगी भरा जीवन जीकर ही बसपा को खड़ा किया था। लेकिन अब मायावती ने उसपर कब्ज़ा कर लिया। उन्होंने कहा कि बसपा काशीराम के वसूलों,विचारों को त्याग कर चुकी है. अब वहाँ दलितों गरीबों की कोई सुनवाई नही है आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती अपनी पकड़ पार्टी में बनाये रखने के लिए ही अब तक कई संस्थापक सदस्यों को बसपा से निकाल चुकी हैं।
उन्होंने कहा मायावती से सवाल करते हुए पूछा है कि मायावती ने दलितों के लिए क्या किया है? कभी दलितों के घर जाकर रुकी हैं?उन्होंने मायावती पर आरोप लगाया कि मायावती ने ही काशीराम व उनके परिवार को अलग किया। अंतिम समय मे भी मिलने नही दिया गया। उन्होंने कहा कि ये गठबंधन सत्ता पाने की लालच में किया गया है। यह गठजोड़ करोड़पतियों का नही अरबपतियों का है गरीबों को यहां कोई जगह नही मिलेगी। चुनाव लड़ने के सवाल पर स्वर्ण कौर ने स्पष्ट किया कि वो किसी भी दल के टिकट पर चुनाव नही लड़ेंगी।