पिछले करीब एक महीने से जंतर मंतर पर पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। पहलवानों की मांग है कि यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाए। करीब एक महीने से इस मुद्दे पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पहलवानों के साथ साथ बाकी सभी लोगों का सवाल है कि आखिर क्यों बृजभूषण को गिरफ्तारी से बचाया जा रहा है.?
इस मुद्दे पर एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकीं महिला पहलवान विनेश फोगाट का कहना है कि वह हार नहीं मानेंगी, अगर इंसाफ के लिए उनको सालों प्रदर्शन करना पड़ा तो वह प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि “हमारी लड़ाई इंसाफ के लिए है। यह एक महीने से चल रही है, लेकिन ऐसा लग रहा है कि जैसे हम जंतर-मंतर पर एक साल से हैं। ऐसा इसलिए नहीं कि हम गर्मी या रात में मच्छरों के काटने से परेशान हैं। बल्कि ऐसा इसलिए है कि क्योंकि न्याय मिलने की प्रक्रिया बेहद धीमी है।”
उन्होंने आगे कहा कि “एक नाबालिग सहित 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। जब हमने जनवरी में आवाज उठाई थी, तब विश्वास था कि हमें सुना जाएगा। खेल मंत्रालय ने जांच के लिए एक निरीक्षण समिति का गठन किया था, लेकिन यह एक छलावा था। जनवरी में जब बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और मैंने जंतर मंतर पर विरोध करने का फैसला किया, तो हमें लगा कि न्याय मिलने में 2-3 दिन से अधिक नहीं लगेंगे।”
वह आगे कहती हैं कि “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें महिला पहलवानों के सम्मान के लिए फिर से विरोध करना पड़ेगा। पीड़ियों का बार-बार बयान देना फिर उसी पीड़ा से गुजरने जैसा है।” विनेश फोगाट ने बताया कि एशियन गेम्स नजदीक हैं और उनको देश के लिए मेडल भी जीतने हैं। वह कहती हैं कि “एशियन गेम्स नजदीक हैं। हमें भारत का प्रतिनिधित्व करना है और पदक जीतना है, यह एक बड़ी लड़ाई है। अगर आप न्याय के लिए नहीं लड़ सकते, तो आपके गले में पदकों का क्या मतलब है?”
अपनी बात को जारी रखते हुए विनेश फोगाट कहती हैं कि “एक महीने बाद भी हमें कोई न्याय मिलता हुआ नहीं दिख रहा है। यौन उत्पीड़न के बारे में बार-बार बात करना शिकायतकर्ताओं के लिए यातना जैसा है। कई अन्य लड़कियों की तरह मुझे भी बृजभूषण शरण सिंह के कारण सालों तक सबकुछ चुपचाप सहना पड़ा। मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। कोई हमें बता सकता है कि बृजभूषण सिंह को क्यों बचाया जा रहा है.?”
प्रदर्शन को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि “जैसा कि हमने कहा है, हम जंतर मंतर से तब तक नहीं हटेंगे, जब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता। पिछले कुछ महीने तनावपूर्ण रहे हैं और मैंने आंसू बहाए हैं। लेकिन मैं जानती हूं कि महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए यह एक लंबी लड़ाई हो सकती है और मैं कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं।”