मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जहाँ शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी में सहमति बनती दिख रही है वहीँ ऐसी भी ख़बरें मीडिया में आ रही हैं कि भाजपा शिवसेना के कुछ विधायकों को अपने पाले में करने की कोशिश में है. इस बात को शिवसेना ने सीरियसली लिया है. पार्टी अपने विधायकों को एकजुट करने के प्रयास में दिख रही है और किसी भी तरह से नहीं चाहती कि उसकी सरकार बनने पर कोई संकट आये.
इस बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता और विधायक अब्दुल सत्तार ने बयान दिया है. सत्तार ने कहा कि शिवसेना के विधायकों को अगर किसी ने भी तोड़ने की कोशिश की तो वो उसका सर फोड़ देंगे. सत्तार पार्टी केचुनिन्दा मुस्लिम नेताओं में से एक माने जाते हैं. उन्होंने अपने तेवर से जता दिया है कि शिवसेना किसी भी क़िस्म से अपने विधायकों को तोड़ने की कोशिश को हल्के में नहीं लेगी.
समाचार एजेंसी ANI ने इस बारे में ट्वीट करके बताया कि औरंगाबाद की सिलोद विधानसभा सीट से विधायक सत्तार ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधायकों की खरीद-फरोख्त वैध नहीं है। महाराष्ट्र में 12 नवंबर से राष्ट्रपति शासन लागू है और शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस सरकार गठन की कवायद में जुटे हैं। सत्तार ने कहा कि भाजपा शिवसेना के किसी भी विधायक को ख़रीद नहीं सकेगी.
उन्होंने कहा कि लेकिन जो भी विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश करेंगे, उनके सिर फोड़ दिये जाएंगे और इन विशेष मामलों के तहत हम अस्पताल में उनके इलाज की व्यवस्था की करेंगे। उन्होंने कहा, “लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधायकों की खरीद-फरोख्त वैध नहीं है। यह (विधायकों की खरीद) किसी दुकान से समान खरीददारी नहीं है।”