मुंबई: महाराष्ट्र में अभी तक ये फ़ैसला नहीं हो पा रहा है कि मुख्यमंत्री किसका होगा. हालाँकि भाजपा बार-बार कह रही है कि देवेन्द्र फडनवीस ही मुख्यमंत्री रहेंगे लेकिन शिवसेना इस मांग पर अड़ी हुई है कि मुख्यमंत्री ढाई-ढाई साल के लिए भाजपा और शिवसेना का बनाया जाए. 50-50 फ़ॉर्मूला के तहत शिवसेना ये मांग कर रही है लेकिन भाजपा ने इस मांग को ख़ारिज कर दिया है.
भाजपा प्रवक्ता श्वेता शालिनी ने सोमवार को एक समाचार एजेंसी से कहा,”भाजपा के साथ 15 निर्दलीय विधायक खड़े हैं. ये निर्दलीय भाजपा के ही नेता रहे हैं, जो गठबंधन आदि वजहों से टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय लड़कर जीते हैं. 2014 की तरह ही पार्टी के पास अब भी 122 विधायकों का समर्थन है.” उनके इस दावे की वजह वो निर्दलीय उम्मीदवार ही हैं जो टिकट न मिलने की वजह से पार्टी से छिटक गए थे.
भाजपा दावा कर रही है कि उसके पास 15 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है.शालिनी ने आगे कहा,”मुख्यमंत्री भाजपा का था, है और आगे भी रहेगा. मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा का रुख साफ है. शिवसेना भी इसे जानती है.” आपको बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से जब ये सवाल किया गया कि मुख्यमंत्री कौन होगा? तो उन्होंने जवाब में कहा कि ये बेहद अहम् सवाल है.
उद्धव ठाकरे ने साथ ही सामना को दिए इंटरव्यू में कहा कि शिवसेना कार्यकर्त्ता चाहते हैं कि कोई शिवसैनिक ही मुख्यमंत्री बने. वहीँ भाजपा प्रवक्ता शालिनी कहती हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिस 50-50 फॉर्मूले की बात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कह रहे हैं, उसमें बहुत-सी बातें हो सकतीं हैं. चुनाव के दौरान 50-50 प्रतिशत सीटों पर लड़ने की बात भी तो हो सकती है. इसका मतलब ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने से नहीं लगाया जा सकता.”