कोरोना वाय’रस के बढ़ते प्रकोप के कार’ण भारत ने बुधवा’र को ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों पर रोक लगा दी है। सोमवार को भारत ने इस ख़तर’नाक वाय’रस को रोकने के लिए 18 मार्च से लेकर 31 मार्च तक यूरोप, तुर्की और ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं ब्रिटेन में फसें भारतीय छात्रों ने भारत लौटने की गु’हार लगाई है साथ ही भारतीय उच्चायोग से पूछा है कि वह अपने घर और परिवा’रों के बीच कब लौट सकते हैं।
बता दें कि भारत में अबतक इस वाय’रस से तीन लोगों की मौ’त हो चुकी है वहीं लगभग 150 लोग सं’क्रमित पाए गए हैं। ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद बढ़कर 71 हो गई है और संक्रमित मामलों की संख्या लगभग 1,950 है। लंदन में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि “ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय नागरिकों की चिंताओं को दूर करने के लिए उच्चायोग भारतीय और ब्रिटिश दोनों प्राधिकर’णों के साथ काम कर रहा है।” उसने कहा कि “सभी भारतीय नागरिक हमारे साथ पंजीकर’ण कर सकते हैं ताकि अपडेट ईमेल द्वारा साझा किए जा सकें।”
छात्रों को दिये अपने ताजा परामर्श में उच्चायोग ने कहा कि “कृपया घबराएं नहीं, एक दूसरे का समर्थन करें और सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक सावधानी बरतें।” वहीं इस वाय’रस के बढ़ते मामलों के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि “ब्रिटेन को “युद्धकालिक” सरकार के तौर पर काम करना होगा और देश की अर्थव्यवस्था की मदद के लिये जो भी करना हो करे।”
बता दें कि लंदन में इस महामा’री के लिए बड़ा केंद्र बनाया जा रहा है जहां ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों में वाय’रस के संक्रम’ण के मामले तेजी से फैल रहे हैं। साथ ही ब्रिटिश सरकार ने सभी को सलाह दी है कि वह गैर जरूरी सामाजिक संपर्क और यात्रा से बचें फिर चाहे वे घरेलू हों या अंतररा’ष्ट्रीय। वहीं भारत ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं। ब्रिटेन में म’रने वालों में से ज़्यादा तर लोग लंदन से हैं और सोमवा’र को संक्रमित लोगों की संख्या अचानक से 407 से बढ़कर 1950 हो गई।