बिहार में भाजपा और जदयू के बीच तनातनी चल रही है. यूँ तो दोनों पार्टियाँ गठबंधन में हैं लेकिन दोनों के नेता एक दूसरे के ख़िलाफ़ बयान देते रहते हैं. हाल ही में अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में विरोध हुआ तो प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के नेताओं को भी निशाना बनाया और कई जगह भाजपा कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई.
भाजपा नेता कहते दिख रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कोई कार्यवाई नहीं की. अब इस मुद्दे पर प्रशांत किशोर ने भी चुटकी ली है. प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर लिखा है कि, बीजेपी और जेडीयू के झगड़े में जनता का नुकसान है और जनता इसका खामियाजा भी भुगत रही है. इसके अलावा प्रशांत किशोर ने अग्निपथ योजना को लेकर हो रही हिंसा पर भी नाराजगी जताई.
उन्होंने कहा कि, हिंसा और तोड़फोड़ करना गलत है. प्रशांत किशोर ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “अग्निपथ पर आंदोलन होना चाहिए, हिंसा और तोड़फोड़ नहीं. बिहार की जनता जेडीयू और बीजेपी के आपसी तनातनी का ख़ामियाज़ा भुगत रही है. बिहार जल रहा है और दोनों दल के नेता मामले को सुलझाने के बजाए एक दूसरे पर छींटाकशी और आरोप प्रत्यारोप में व्यस्थ हैं.”
पूर्व चुनाव रणनीतिकार और अब राजनीति में आए प्रशांत किशोर बिहार में काफी एक्टिव हैं और लगातार राज्य सरकार पर हमलावर भी हैं. इससे पहले जब अग्निपथ को लेकर जहानाबाद में हिंसा हुई थी तो प्रशांत किशोर ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने की अपील भी की थी. उन्होंने कहा था कि ‘‘हिंसा से उनका आंदोलन कमजोर होगा. अगर वे शांत रहेंगे तो उनकी आवाज सुनने को सरकार मजबूर होगी.’’
बता दें कि प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा के तहत बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों की यात्रा कर रहे हैं. उनका कहना है कि वो बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना चाहते हैं.