चेन्नई: थलसेना प्रमुख बिपिन रावत ने आज चेन्नई में कहा कि कश्मीर में आतं’की और पाकिस्तानी हैंडलर्स के बीच कम्युनिकेशन टूट गया है परन्तु लोगों के बीच बातचीत क़ायम है. उन्होंने कहा,”कश्मीर घाटी में आ’तंकवादियों और पाकिस्तान में बैठे उनके हैंडलरों के बीच कम्युनिकेशन ब्रेकडाउन हुआ है, लेकिन लोगों से लोगों के बीच कोई कम्युनिकेशन ब्रेकडाउन नहीं हुआ है…” आपको बता दें कि आर्टिकल 370 के निष्क्रिय होने के बाद से ही घाटी में कर्फ्यू जैसा माहौल है.
आर्मी चीफ़ ने इस्लाम की व्याख्या को लेकर भी अहम् बयान दिया. उन्होंने कहा कि आज ज़रूरत है कि इस्लाम का सच्चा अर्थ लोगों तक पहुँचाया जाए. बिपिन रावत ने कहा कि मुझे लगता है कि कुछ एलेमेंट्स जोकि disruption चाहते हैं, के द्वारा इस्लाम की व्याख्या ने बड़ी संख्या में लोगों का नुक़सान पहुँचाया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ये ज़रूरी है कि हमारे पास ऐसे धर्मगुरु हों जो इस्लाम का सही अर्थ लोगों तक पहुँचा सकें.
थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हमें अच्छी तरह मालूम है कि संघर्षविराम उल्लंघन से किस तरह निपटना है. उन्होंने साथ ही भारतीय फ़ौज की तारीफ़ की और कहा कि हमारी फ़ौज को मालूम है कि कहाँ पोजीशन करना है.उन्होंने कहा,”आतं’कवादियों की हमारे इलाके में घुसपैठ करवाने के लिए पाकिस्तान संघर्षविराम उल्लंघन करता है… हम जानते हैं कि संघर्षविराम उल्लंघन से कैसे निपटना है… हमारी फौज जानती है कि खुद को कैसे पोज़िशन करें, और कैसे कार्रवाई करें… हम सतर्क हैं, और सुनिश्चित करेंगे कि घुसपैठ की ज़्यादा से ज़्यादा कोशिशें नाकाम हों…”