लद्दाख: देश भर में जारी लॉक डाउन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में मदद तो की है लेकिन इसने कई तरह की मुश्किलें भी पैदा की हैं. सबसे ज़्यादा समस्या उन लोगों के साथ हुई है जो अलग अलग क्षेत्रों में फँस गए हैं. मज़दूर, तीर्थ यात्री और पर्यटक बड़ी संख्या में अपने घरों से कहीं दूर फँस गए हैं. मज़दूरों के लाने के लिए विशेष ट्रेनें भी चलाई गई हैं. इस बीच ख़बर आ रही है कि लद्दाख भाजपा के अध्यक्ष छीरिंग दोरजे ने अपनी पार्टी छोड़ दी है.
दोरजे ने अपने पद और अपनी पार्टी से इस्तीफ़ा (Laddakh BJP president resigns) दे दिया है. दोरजे ने कोरोना की ल’ड़ाई में पार्टी को नाकाम बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन लॉकडाउन में फ़ेल साबित हो रहा है. उन्होंने पत्र के ज़रिए इसकी जानकारी बीजेपी पार्टी के राष्ट्र अध्यक्ष जेपी नड्डा को दी है और लिखा है कि देश भर में लद्दाख के 20000 से ज्यादा लोग फंसे हैं, लेकिन लद्दाख प्रशासन उन्हें गृह क्षेत्र में लाने में असफल रहा है। लॉकडाउन में फंसे लोगों को लाने में प्रशासन की रवैया संवेदनहीन रहा है।
एक समाचार पत्र में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ उन्होंने कहा कि देशभर में फंसे लद्दाख के लोगों की स्थिति और इस मसले की पूरी जानकारी शीर्ष अधिकारियों को जानकारी दी. उन्होंने इस बारे में उपराज्यपाल, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और लद्दाख पार्टी के प्रभारी अविनाश राय खन्ना को भी इसकी जानकारी दी, लेकिन हालात में कोई बदलाव नहीं हुआ। उन्होंने पार्टी के रवैये से नाराज होकर पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया।