नई दिल्ली: दिल्ली में जैसे जैसे चु’नाव नज़दीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे बयानबाज़ी का दौर चल पड़ा है. भाजपा नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने अपने बयान में कथित आपत्तिजनक टिप’ण्णी की है. उन्होंने कहा,”बटन तब इतने गुस्से के साथ दबाना कि बटन यहां बाबरपुर में दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे.” उनके इस बयान की कई समूह निंदा कर रहे हैं वहीँ जानकार मानते हैं कि अमित शाह का ब्यान दर्शाता है कि भाजपा को दिल्ली में बड़ी हार नज़र आ रही है.
अब इस बयान पर प्रशांत किशोर की भी प्रतिक्रिया आयी है. किशोर जदयू के उपाध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा,”8 फरवरी को दिल्ली में EVM का बटन तो प्यार से ही दबेगा. जोर का झ’टका धीरे से लगना चाहिए ताकि आपसी भाईचारा और सौहार्द खतरे में ना पड़े.”इतवार के रोज़ दिए अमित शाह के बयान को कुछ लोग भाजपा की बौखलाहट भी बता रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी शाह के बयान की आलोचना शुरू हो गई है.
कुछ लोग ये कह रहे हैं कि भाजपा को पता लग चुका है कि वो चुनाव जीत नहीं पाएगी तो वो एक आख़िरी कोशिश कर रही है कि वोटों के ध्रुवीकरण से ही उसे कोई लाभ मिल जाए. दूसरी ओर आम आदमी पार्टी अपनी हर एक रैली में विकास को मुद्दा बना रही है. वो बार-बार ये कह रही है कि जो काम उसकी सरकार ने पिछले पाँच साल में किए हैं उन पर वोटिंग हो. भाजपा के कुछ नेता मंच से कहते हैं कि अरविन्द केजरीवाल ने कोई काम नहीं किया तो कुछ कहते हैं जितना किया है उससे ज़्यादा उनकी सरकार करेगी.
इस पूरे चुनावी माहौल में कांग्रेस पिछड़ती दिख रही है. कांग्रेस पार्टी को लग चुका है कि उसकी स्थिति इस चुनाव में अच्छी नहीं है. यही वजह है कि वो ये कोशिश कर रही है कि कांग्रेस अगर मुक़ाबले में न रहे तो उसका कोर वोट आम आदमी पार्टी को ट्रान्सफर हो जाए.