सोमवा’र को अफगा’निस्तान के दो नेताओं ने अलग अलग समारोह में ली रा’ष्ट्रपति के रूप में शपथ। अफगा’निस्तान के नेता अशरफ गनी और अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने एक ही दिन ली यह शप’थ। इससे तालि’बान के साथ समझौते की अमेरिका की योजना पर सं’कट मंड’रा रहा है जिसे तालि’बान के साथ उसकी शांति समझौते को आगे बढ़ाने के बारे में सोचना है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका-तालि’बान के बीच समझौता हो गया था। जिसके तहत अफगा’निस्तान में संघ’र्ष समा’प्त करने के अमेरिका के प्र’यास के तौर पर देखा जा रहा था।
अफगा’निस्तान के रा’ष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके प्रतिद्वं’द्वी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने अपने मतभेदों को अभी तक सुलझाया नहीं है। पिछले साल सितंबर में हुए चुनाव में अशरफ गनी को विजयी घो’षित किया गया था। जिसपर अब्दुल्ला ने धोखाधड़ी का आरो’प लगते हुए इस जीत को माना नहीं। इसलिए शपथ के दिन दोनों ने एक ही वक़्त पर अलग अलग समारोह आयोजित किये। रा’ष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में अशरफ गनी ने रा’ष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। वहीं दूसरी तरफ पास में ही स्थिति सापेदार पैलेस में अब्दुल्ला ने शपथ ली।
आयोजित किए गए समारोह में दोनों के ही बहुत से चाहने वाले पहुंचे। चुनाव में विजयी हुए अशरफ गनी के शपथ ग्रह’ण समारोह में अमेरिका के शांति दूत जलमाय खलीलजाद, अफगा’निस्तान में अमेरिकी बलों के प्रमुख जनरल ऑस्टिन एस मिलर के साथ अमेरिकी दूतावास के चार्ज डिअफेयर्स समेत बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान और संयुक्त रा’ष्ट्र महासभा के अफगा’निस्तान में निजी प्रतिनिधि तादामिची यामामोतो शामिल हुए। जिससे गनी के लिए अंतररा’ष्ट्रीय समर्थन की पुष्टि हुई। इसका पूरे समारोह का प्रसार’ण सरकारी टीवी पर किया गया।
वहीं अब्दुल्ला का शपथ ग्रहण समारोह निजी टोलो टीवी पर प्रसारित हुआ। इस शपथ ग्रह’ण में तथाकथित ‘जेहादी’ कमांडर भी उपस्थित थे। 2001 में तालि’बान को खदे’ड़ने के लिए अमेरिकी नीत गठबं’धन के साथ हाथ मिलाने वाले भी इस समारोह में शामिल हुए थे। बता दें कि सितंबर में हुए मतदान में रा’ष्ट्रपति अशरफ गनी को विजयी घोषित किया था। गठबंधन सरकार में उनके पूर्व साझेदार अब्दुल्ला और चुनाव शिकायत आयोग ने भी कहा कि परि’णामों में अनियमितताएं हैं। नतीजतन दोनों ने खुद को विजयी घो’षित कर दिया।