नई दिल्ली. अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव के रूझान आने शुरू ही हुए हैं और दिल्ली भाजपा में हार मानने की होड़ सी लग गई है. कार्यकर्ताओं में भी निराशा नज़र आ रही है जबकि अभी शुरूआती रूझान ही है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कुछ इसी तरह का बयान दिया जिससे लगा कि भाजपा पहले ही हार मान कर बैठी है. मनोज तिवारी ने कहा कि जो भी हो चाहे जीत या हार, ज़िम्मेदारी लेने को तैयार हूँ.
उन्होंने कहा कि अभी भी उम्मीद है, गैप कम होगा. इसके पहले उन्होंने सुबह तक ये दावा किया था कि भाजपा के लिए आज का दिन अच्छा होगा. उन्होंने कहा था कि हैरान मत होना अगर हम 55 सीटें जीत जाएँ लेकिन अब तो स्थिति बिलकुल इसकी उलटी होती दिख रही है. अभी जो रूझान हैं उनमें 54 सीटों पर आम आदमी पार्टी बढ़त बनाये है जबकि भाजपा 16 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जो आंकड़े आ रहे हैं उसके मुताबिक़ 68 सीटों के रूझान आ चुके हैं और 50 सीटों पर आम आदमी पार्टी आगे चल रही है जबकि भाजपा महज़ 18 पर आगे चल रही है. सबसे चिंता की बात भाजपा के लिए ये है कि जिन पर आगे भी है उन पर बहुत बड़े अंतर से आगे नहीं है. कांग्रेस एक बार फिर कोई भी सीट हासिल करते हुए नहीं दिख रही है.
कुछ चैनलों पर लोग ये बहस करते दिख रहे हैं कि भाजपा 3 से बीस सीट पर पहुँच रही है लेकिन जिस तरह का चुनावी कैम्पेन भाजपा ने किया था उसके बाद वो बहुमत से एक भी सीट कम पाए तो उसके लिए बड़ा झटका है. यहाँ तो भाजपा बहुत पीछे जा रही है. कांग्रेस भले ही कोई सीट नहीं जीत रही लेकिन कांग्रेस ने किसी तरह का चुनावी कैम्पेन ढंग से किया भी नहीं था. इसका अर्थ है कि कांटेस्ट भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच था जिसमें आम आदमी पार्टी ने बुरी तरह से भाजपा को पछाड़ दिया है.