भोपाल. मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज़ है. आधी रात को ही कुछ इस तरह की ख़बरें आ गई कि दिल्ली तक हलचल मची हुई है. ख़बर है कि बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा के बाद अब खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ रात करीब 11.30 बजे राजभवन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की. हालांकि मुलाकात के दौरान दोनों के बीच क्या चर्चा हुई इस बात की जानकारी फ़िलहाल नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि सोमवार को होने वाले बजट सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट न हो इस बात को लेकर ही कमलनाथ राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने पहुंचे हैं.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और मुख्य सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने रविवार देर रात राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. वहीं, गोपाल भार्गव ने कहा कि दुख की बात है कि कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट को शामिल नहीं किया गया. यह पूरी तरह से असंवैधानिक है. नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा था कि हम उन्हें ज्ञापन देने आए हैं कि आपके स्पष्ट आदेशों का उल्लंघन हुआ है.
इसके बारे में आप कोई व्यवस्था दें क्योंकि इससे पहले इस तरह की कोई स्थिति पैदा नहीं हुई. राज्यपाल के पास सारी संवैधानिक शक्तियां हैं. राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही इस पर कदम उठाया जाएगा. भार्गव ने कहा कि सरकार लगातार फ्लोर टेस्ट से बचने की कोशिश कर रही है. दरअसल, मध्य प्रदेश में 16 मार्च से होने वाले बजट सत्र की कार्यसूची रविवार देर शाम जारी कर दी गई.
चौंकाने वाली बात ये है कि कार्य सूची में फ्लोर टेस्ट का जिक्र नहीं है. जहां एक ओर भाजपा इस बात पर ज़्यादा ज़ोर दे रही है कि कल विश्वास मत पर वोटिंग हो वहीँ कांग्रेस नेता इस बात को लेकर आश्वस्त बताये जा रहे हैं कि वो कल भी बहुमत सिद्ध करने के लिए तैयार हैं.