लखनऊ: उत्तर प्रदेश बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी हैं। चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अपने संगठन की टोह लेकर उसको और ज्यादा मजबूत करने का काम अभी से ही शुरू कर दिया है। रोज़ाना दिल्ली से लेकर लखनऊ तक राष्ट्रीय नेताओं की बैठकों में रणनीति तय की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव में भाजपा को जीत दिलवाने की कवायद को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष व उत्तर प्रदेश भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ आये हुए हैं ।मंगलवार को इन दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या व दिनेश शर्मा के साथ कोर कमेटी की बैठक की। जिसमे 2022 के चुनाव के लिए रणनीति तैयार की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के कोरोना काल मे चलाई गई योजनाओं व सरकार के अन्य कामों को भी सबके समक्ष रखा।
जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव पर भी रणनीति तय की गई और यह लक्ष्य रखा गया है कि हर हाल में 65 से ऊपर पंचायत अध्यक्ष पद जीतने हैं। साथ ही ‘सेवा ही संगठन’ के मंत्र से सरकार व संगठन को राज्य की जनता से जोड़ने के लिए रणनीति तैयार की गई। बीएल संतोष व राधामोहन सिंह ने उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल के साथ भी बैठक की।
इन दोनों नेताओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल मिश्रा व अन्य पदाधिकारियों से भी मुलाकात की जिसमें आगमी विधानसभा चुनवों की चर्चा की गई। संघ ने भाजपा नेताओं को वर्तमान में सरकार के प्रति जनता के रुख से अवगत करवाया तथा यह यह हिदायत दी कि इन सब स्थितियों को शीघ्र ठीक किया जाए। संघ ने बीजेपी के शीर्ष नेताओं को यह भी कहा कि कोरोना से जान ग’वांने वाले शिक्षकों के आश्रितों को अनुग्रह राशि व अनुकम्पा निकुक्ति शीघ्र की जाए।
उसी के साथ कोरोना म’हामारी के बाद बदले हालात के विषय मे भी चर्चा हुई। इन सब तैयारियों को देखते हुए अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि बीजेपी व संघ चुनाव की तैयारियों में जुट चुके है। ऐसे में देखना है कि इन बैठकों और रणनीतियों का प्रभाव उत्तर प्रदेश की जनता पर कितना पड़ता है।