नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा 2020 में लाये गए 3 कृषि कानूनों के खि’लाफ लगातार 26 नवंबर 2020 से प्र’दर्शन जारी है। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई हल नही निकला। किसान कृषि कानूनों की वापसी पर अड़े हैं। साथ ही किसान एमएसपी की गारंटी भी चाहते हैं। लेकिन मोदी सरकार ने फिलहाल कृषि कानूनों को वापस लेने का मन नही बनाया। कोरोना काल मे भी किसान आं’दोलन दिल्ली की सीमाओं पर जारी है। कई किसानों ने कोरोना के चलते अपनी जान भी खो दी।
इसी बीच अब, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। एनडीटीवी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में वह जनता से अपील करेंगे कि बीजेपी को वो अपना वोट न दें। उन्होंने आगे कहा कि, हाल ही में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दवाई मिल गई है। जिसकी वजह से वह उसे आराम है। लेकिन बीजेपी को पूरा कोर्स करवाया जाएगा। अगले 3 साल में पार्टी को पूरी तरह से आराम मिल जाएगा।
उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का जब प्रचार प्रसार शुरू होगा तब वह जनता के बीच पहुंचकर बीजेपी के खि’लाफ पंचायत करेंगे। साथ ही उन्होंने यूपी में बीजली के ज़्यादा रेट के लिए लोगों को समझाने की बात कही। उन्होंने फसलों के की कीमत को लेकर कहा कि, ना तो गेहूं की खरीद बढ़ी है और ना ही गन्ने का रेट बढ़ाया गया है। अधिकतर किसानों को अभी तक उनका भुगतान नहीं मिल पाया है। राकेश टिकैत ने कोरोना सं’क्रमण पर कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान जनता को बताया जाएगा कि सरकार लोगों के लिए बेसिक मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध नही करवा पाई। तो वहीं उन्होंने, सभी राज्यों में गवर्नर हाउस के सामने 26 जून को प्र’दर्शन किये जाने की बात कही।