देश में बायोपिक फ़िल्मों का दौर चल रहा है। पहले तो धुरंधर खिलाड़ियों पर बनने वाली बायोपिक इन दिनों हालिया खिलाड़ियों के जीवन पर भी बनने लगी है। भाग मिल्खा भाग, सुल्तान, धोनी, दंगल, मैरीकॉम आदि के साथ-साथ अब साइना नेहवाल और कई अन्य खिलाड़ियों के जीवन पर भी बायोपिक बनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
ऐसे में जैसे ही कोई खिलाड़ी अपने खेल में नाम कमाता है कि फ़िल्म निर्माताओं में होड़ मच जाती है उनकी ज़िंदगी पर रीसर्च करके फ़िल्म बनाने के लिए। हाल ही में सभी देश की गोल्डन गर्ल हिमा दास की उपलब्धियों से प्रभावित हैं और फ़िल्म निर्माताओं को उनकी ज़िंदगी में वो सारी बातें नज़र आ रही हैं जो एक बायोपिक को सक्सेस दे सकती है।

भारतीय धाविका हिमा दास ने जुलाई के महीने में ही पाँच स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। मात्र 19 साल की हिमा दास ने ये कारनामा सिर्फ़ 21 दिन के अंदर करके दिखाया है। हिमा बचपन में लड़कों के साथ फ़ुटबॉल खेला करती थीं और बाद में उनके विद्यालय के पीटी टीचर ने उन्हें रेसिंग करने की सलाह दी और वहाँ के स्थानीय कोच ने हिमा को ज़िला प्रतियोगिता में भाग दिलवाया तो अपनी पहली ही रेस में उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया।इसके बाद कोच उन्हें लेकर गुवाहाटी आ गए और यहीं से ये सफ़र शुरू हुआ।
हिमा दास की उपलब्धियों को फ़िल्म निर्माता जल्द से जल्द भुनाना चाहते हैं। वहीं हिमा का इस मामले में दूसरी ही सोच रखती हैं। उनके पास अभी बायोपिक टीम के साथ बैठकर रीसर्च में मदद करने का समय ही नहीं है। हिमा ने अभी सभी मेकर्स को कह दिया है कि उनके पास इस काम के लिए वक़्त नहीं है। दरअसल हिमा का पूरा ध्यान अपने खेल पर है और वो अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक की तैयारी में व्यस्त हैं।

बहरहाल मेकर्स की ओर से हिमा की बायोपिक लॉक करने की होड़ मची हुई है। इनमें रीमा कागती, अक्षय कुमार और राकेश ओमप्रकाश मेहरा का नाम सामने आ रहा है लेकिन अभी उनके पास इंतज़ार करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। यहाँ तक बात चल रही है कि हिमा की बायोपिक में मुख्य भूमिका के लिए श्रद्धा कपूर का नाम भी सामने आ रहा है।