इस समय दुनिया COVID-19 से परेशान है लेकिन इसमें कई मीडिया हाउस अपनी ज़िम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभा रहे हैं. इनमें कई मीडिया हाउस ने जिस तरह से रिपोर्टिंग की है उसकी आलो’चना हो रही है. समाचार चैनल ज़ी न्यू’ज़ ने एक ख़बर दिखाई थी जिसमें दावा किया गया था कि अरुणाचल प्रदेश में 11 तबलीग़ जमात के लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं परन्तु ये ख़बर फ़ेक साबित हुई.
इस ख़बर का खंडन अरुणाचल प्रदेश की सरकार ने ही कर दिया. सरकार की ओर से ये जानकारी दी गई कि प्रदेश में अब तक सिर्फ़ एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मिला है जिसका इलाज चल रहा है. ज़ी न्यूज़ ने लगातार हो रही आलोच’ना के बाद अपने चैनल पर माफ़ी सन्देश दिया है. ज़ी ने इसे ‘मानवीय भूल’ बताया है. ये बात यहाँ ध्यान देने वाली है कि संस्थाएँ बार बार कह रही हैं कि किसी समु’दाय या समूह विशेष का नाम इस तरह उजागर न किया जाए.
परन्तु हमारे देश में कुछ मीडिया हाउसेस शायद इन बातों की गंभीरता को समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं. बहरहाल हम उम्मीद करेंगे कि आगे मीडिया अपनी ज़िम्मेदारी से काम करेगा. उल्लेखनीय है कि अरुणाचल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने राज्य के पहले COVID-19 संक्रमित व्यक्ति के बारे में कहा कि रोगी की सेवा लगातार की जा रही है. राज्य के स्वास्थ्य सचिव पी. पार्थिबन ने कहा कि दूसरे टेस्ट के बाद रोगी का वायरल लोड कम होता दिखाई दे रहा है और हमें उम्मीद है कि रोगी जल्द ठीक हो जाएगा. बीमार व्यक्ति का इलाज लोहित ज़िले में चल रहा है.
लोअर दिबांग घाटी के रोइंग में जिला अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ आन्यांग मोदी रोज कोविड-19 मरीज़ की देखरेख कर रही हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक चुनौती है कि हम राज्य में पहले कोविड-19 रोगी को संभाल रहे हैं.