नई दिल्ली: शाहीन बाग़ में लम्बे समय से नागरिकता संशोधन क़ानून और NRC/एनपीआर के ख़िलाफ़ धर’ना चल रहा है. ध’रने पर बैठे लोगों का कहना है कि सरकार की तरफ़ से कोई नुमाइंदा नहीं आ रहा है जो इस बारे में बात करे कि समस्या क्या है. वहीं भाजपा के कुछ नेताओं ने शाहीन बाग़ को निशाना बनाने के लिए जिस तरह के बयान दिए हैं उनकी भी ख़ासी निंदा हुई है.
शाहीन बाग़ ध’रने की वजह से सड़क ब्लॉक होने का तर्क देने वालों के बारे में भी धर’ने पर बैठे लोगों का कहना है कि रास्ते पुलिस ने जाम कर रखे हैं और प्रोटेस्ट के पास की सड़क को भी पुलिस ने ही बंद कर रखा है.अब इस मामले में अदालत ने दख़ल दिया है. अदालत ने इस मामले में कहा था कि बातचीत के ज़रिए रास्ता निकाला जाए. अब ख़बर है कि शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकारों से चर्चा के बाद प्रदर्शन स्थल के पास 9 नंबर की सड़क खोल दी है.
यह सड़क जामिया से कालिंदी कुंज होते हुए नोएडा जाती है. प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता कानून के खिलाफ चल प्रदर्शन के तहत इसे बंद कर रखा था. हालांकि जानकारों का कहना है कि इस रोड के खुल जाने से जामिया से नोएडा और नोएडा से जामिया जाने वाले लोगों को कोई राहत नहीं मिलेगी. क्योंकि अब भी महामाया फ्लाइओवर पर रास्ता बंद है. यह रास्ता यूपी पुलिस और दिल्ली पुलिस ने बंद किया हुआ है. प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने ये अहम् रास्ते इसलिए ब्लाक कर रखे हैं ताकि अन्य लोगों को लगे कि सारी परेशानी प्रोटेस्ट की वजह से है जबकि ऐसा नहीं है. ‘