मुम्बई: महाराष्ट्र की सरकार गठन होने के एक महीने से भी ज़्यादा वक़्त के बाद मंत्री परिषद् का विस्तार किया गया. कई नेताओं को मंत्री पद मिला तो कई को नहीं भी मिला. नई सरकार में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को भी मंत्री पद मिला है. वहीँ एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार को डिप्टी मुख्यमंत्री बनाया गया है.इस सरकार में एनसीपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित देशमुख, पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एकनाथ गायकवाड़ की बेटी वर्षा गायकवाड़ ने ली मंत्री पद की शपथ ली है. उल्लेखनीय है कि दो महीने के भीतर अजित पवार ने दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. तब उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में बग़ावत करने की कोशिश की थी लेकिन ये कोशिश नाकाम रही और शरद पवार ने इसको बुरी तरह ध्वस्त कर दिया. तब वो भाजपा के साथ मिलकर सरकार में शामिल हुए थे.
देवेन्द्र फडनवीस के नेतृत्व में बनी सरकार 80 घंटे के भीतर गिर गई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बनी सरकार में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भी सोमवार को कैबिनेट मंत्री की शपथ ली. एनसीपी नेता और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल, विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व वेता धनंजय मुंडे और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता विजय वडेट्टीवार ने भी शपथ ली.
चार मुस्लिम नेताओं को भी मंत्रीपद की शपथ दिलाई गई है. इसमें सबसे प्रमुख नाम नवाब मलिक का है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मलिक के अलावा उनकी पार्टी से हसन मुश्रिफ़ को भी मंत्री बनाया गया है. कांग्रेस के असलम शेख़ और शिवसेना के अब्दुल सत्तार को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. कई लोग ये चर्चा कर रहे थे कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आसिम आज़मी को भी मंत्रीपद मिल सकता है लेकिन उन्हें नहीं मिला.