मुंबई: महाराष्ट्र में अभी कुछ ही दिन पहले एक राजनीतिक संकट ख़’त्म हुआ है लेकिन अभी भी सुगबुगाहट जारी हैं. कुछ न कुछ यहाँ होता ही जा रहा है. अब ख़बर है कि शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार पार्टी से नाराज़ हैं. वो इस बात से ख़ुश नहीं हैं कि उनको सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिला. अब्दुल सत्तार के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने महाराष्ट्र के मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. इस बारे में अभी शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं का बयान नहीं आया है.
अब्दुल सत्तार के बेटे समीर सत्तार ने इस विषय पर कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है..सिर्फ़ वही बता सकते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पिता जल्द ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखेंगे..बेहतर यही है कि हम इंतज़ार करें. उल्लेखनीय है कि अब्दुल सत्तार शिवसेना के एक मात्र मुस्लिम विधायक हैं. उनको उम्मीद थी कि उन्हें कैबिनेट में जगह मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने मिलकर सरकार बनाई है. शिवसेना और कांग्रेस-एनसीपी की विचारधारा अलग बताई जाती है. परन्तु यहाँ विचारधारा की समस्या नहीं आ रही है बल्कि मंत्रिपद को लेकर जिस तरह से लोग नाराज़गी दिखा रहे हैं वो इस महागठबंधन के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. सत्तार चुनाव के बाद अपनी पार्टी के पक्ष में बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे लेकिन अब जबकि उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिला है तो नाराज़ होते दिख रहे हैं.
परन्तु अभी सत्तार अपना पक्ष रखेंगे और बतायेंगे कि वो ऐसा क्यूँ कर रहे हैं. दूसरी ओर ऐसी ख़बर भी है कि कांग्रेस के भी कुछ विधायक मंत्री न बनाये जाने को लेकर नाराज़ हैं. परन्तु कांग्रेस के विधायकों की नाराज़गी सीरियस नहीं लग रही है. सत्तार के इस फ़ैसले पर अब शिवसेना क्या कहती है ये देखने वाली बात होगी.