मुंबई: शिवसेना के मंत्री अब्दुल सत्तार के इ’स्तीफ़ा देने की ख़बरों पर पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो ख़बरें आ रही हैं उनमें कोई सच्चाई नहीं है. राउत ने कहा कि कैबिनेट में किसी तरह का कोई डिफरेंस नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई मंत्री इस्ती’फ़ा देता है तो वो मुख्यमंत्री या राजभवन को भेजता है लेकिन ऐसी कोई भी जानकारी हमारे पास अभी तक तो आयी नहीं है.
इसके पहले ऐसी ख़बर आई कि शिवसेना के मात्र मुस्लि’म विधायक अब्दुल सत्तार ने महाराष्ट्र के मंत्री पद से इस्ती’फ़ा दे दिया है. इस बारे में अभी शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं का बयान नहीं आया है. अब्दुल सत्तार के बेटे समीर सत्तार ने इस विषय पर कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है..सिर्फ़ वही बता सकते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पिता जल्द ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखेंगे..बेहतर यही है कि हम इंतज़ार करें. उल्लेखनीय है कि अब्दुल सत्तार शिवसेना के एक मात्र मुस्लिम विधायक हैं. उनको उम्मीद थी कि उन्हें कैबिनेट में जगह मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने मिलकर सरकार बनाई है. शिवसेना और कांग्रेस-एनसीपी की विचारधारा अलग बताई जाती है. परन्तु यहाँ विचारधारा की समस्या नहीं आ रही है बल्कि मंत्रिपद को लेकर जिस तरह से लोग नाराज़गी दिखा रहे हैं वो इस महागठबंधन के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. सत्तार चुनाव के बाद अपनी पार्टी के पक्ष में बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे लेकिन अब जबकि उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिला है तो नाराज़ होते दिख रहे हैं. परन्तु अभी सत्तार अपना पक्ष रखेंगे और बतायेंगे कि वो ऐसा क्यूँ कर रहे हैं.