बेंगलुरु/मुंबई: कर्णाटक राजनीति में चल रही उठापटक अब पूरी तरह से मुंबई और दिल्ली से डील हो रही है. मुंबई में कांग्रेस और जेडीएस के बाग़ी विधायक ठहरे थे जबकि उन्हें मनाने की कोशिश कांग्रेस और जेडीएस के बड़े नेता अपने-अपने तरीक़ों से कर रहे थे. इस बीच कर्णाटक कांग्रेस ने पूरी तरह से कमर कस ली है और अब वो इस कोशिश में है कि किसी भी तरह से वो विधायकों को मनाने की हर कोशिश करेगी.
ये लेकिन आसान नहीं है क्यूंकि अंदरूनी रिपोर्ट्स ये बताती हैं कि इस समय भाजपा का पलड़ा भारी है और जेडीएस-कांग्रेस सरकार किसी भी समय गि’र सकती है. कर्णाटक कांग्रेस ने लेकिन मामले को सुलझाने के लिए कर्णाटक के क़द्दावर नेता डीके शिवकुमार को मुंबई भेज दिया है. मुंबई पहुँचते ही शिवकुमार ने उस होटल में जाकर विधायकों से बात करने की कोशिश की जहाँ पर बाग़ी विधायक ठहरे हैं.
शिवकुमार को पुलिस ने बाहर ही रोक लिया. शिवकुमार ने कहा,”मैंने यहां एक कमरा बुक किया है. मेरे दोस्त यहां रुके हुए हैं. एक छोटी सी समस्या हो गई है, हम बातचीत करेंगे. धमकी देने का कोई सवाल नहीं है, हम एक दूसरे से प्यार और सम्मान करते हैं.” जब उन्हें पुलिस अधिकारियों ने होटल के बाहर रोका तो उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई हथियार नहीं है, मुझे अन्दर जाने से क्यूँ रोका जा रहा है.
इसके पहले मुंबई पुलिस ने एक बयान जारी किया था कि कर्णाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को होटल के अन्दर नहीं जाने दिया जाएगा. मुंबई पुलिस ने कहा, ‘कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को उस होटल के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी, जहां 10 बागी कर्नाटक कांग्रेस-जद (एस) के विधायक रह रहे हैं. उन्हें होटल के गेट से पहले नहीं रोका जाएगा’.