कर्णाटक राजनीतिक संकट में लगातार उठाप’टक का दौर है. इस बीच कर्णाटक विधानसभा के स्पीकर ने ब’ड़ा ब’यान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं इस समय जो भी राजनीतिक डेवलपमेंट हो रहे हैं उनमें इन्वोल्व नहीं हूँ. स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा कि मैं संविधान के अनुरूप चल रहा हूँ और अभी तक किसी भी विधायक ने मुझसे अपॉइंटमेंट नहीं माँगी है. उन्होंने कहा कि अगर कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मैं अपने दफ़्तर में मौजूद रहूँगा.
वहीँ केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के नेता प्रह्लाद जोशी ने हालिया हालत पर बयान देते हुए कहा कि ये कांग्रेस का नेचर हो गया है कि वो अपने फेलियर के लिए दूसरों को ज़िम्मेदार ठहराती है. उन्होंने कहा कि उनके विधायकों ने इस्तीफ़े राज्यपाल को सौंपे हैं….हम हालात को देख रहे हैं और उसी के हिसाब से फ़ैसला लेंगे.
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने इस पूरे संकट को लेकर भाजपा के बड़े नेताओं को ज़िम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह जी कहते हैं कि हम इसकी परवाह नहीं करते, हम इसमें इंटरेस्टेड नहीं हैं..हमें कुछ नहीं पता कि कर्णाटक में क्या हो रहा है ..बीएस येदयुरप्पा भी यही कहते हैं लेकिन वो अपने पीए को हमारे मंत्रियों को पिक करने के लिए भेज रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि इस समय कांग्रेस-जेडीएस के विधायकों की संख्या घट कर 103 रह गई है जबकि भाजपा के 107 विधायकों का समर्थन हासिल हो चुका है. ऐसे में भाजपा बहुमत तक पहुँचती नज़र आ रही है. कांग्रेस के 79 विधायक चुन कर आये थे लेकिन इनमें से 10 ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. दूसरी और जेडीएस के 37 विधायक चुन कर आये थे जिनमें से 3 ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. दो निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से समर्थन वापिस ले लिया है. कर्णाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने हालाँकि भरोसा जताया है कि उनकी सरकार बच जाएगी.