नई दिल्ली: भारत और अरब देशों के सम्बन्ध बहुत पुराने हैं और ये हमेशा देखा गया है कि हर मुश्किल परिस्थिति में भारत अरब देशों के साथ खड़ा रहा है. कुछ इसी तरह का रवैया अरब देशों ने भी भारत के प्रति दिखाया है.मौजूदा सरकार में भी इन संबंधों में बेहतरी आयी है. अब जबकि समूचा विश्व कोरोना वायरस जैसी बीमारी से जूझ रहा है. इससे निपटने के लिए हर एक सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है.
ख़बर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बहरीन के शाह हम्द बिन इशा अल ख़लीफ़ा ने सोमवार को कोरोना वायरस संकट और वित्तीय बाजार पर इसके प्रतिकूल प्रभाव पर चर्चा की। आधिकारिक बयान के अनुसार, फोन पर हुई बातचीत में शाह ने प्रधानमंत्री मोदी को आश्वासन दिया कि वह बहरीन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों के कल्याण का व्यक्तिरूप से ध्यान रखेंगे। समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक़ शाह ने मोदी को आश्वस्त किया कि वो भारतीय समुदाय के साथ खड़े हैं.
बयान के मुताबिक़,”दोनों नेताओं के बीच कोविड-19 स्वास्थ्य सकंट और उसके प्रतिकूल प्रभावों… साजो-सामाज की आपूर्ति इत्यादि और वित्त बाजार पर प्रभाव पर चर्चा हुई।” मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को हमेशा ख्याल रखनेके लिए बहरीन के अधिकारियों की प्रशंसा की। दोनों नेता इसपर सहमत हुए कि दोनों देशों के अधिकारी आपसी संपर्क बनाए रखेंगे और कोविड-19 की चुनौती से निपटने में एक-दूसरे की हर सभव मदद करेंगे। प्रधानमंत्री ने शाह से कहा कि भारत बहरीन को अपने महत्वपूर्ण विस्तारित पड़ोसी देश की तरह मानता है