ईरान के टॉप जनरल क़ासिम सुलेमानी की अमरीका द्वारा एक ह’मले ह’त्या किए जाने के बाद पूरी दुनिया में हल’चल मच गई है. ईरान के टॉप जनरल की ह’त्या पर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया भी गं’भीर है. अमरीका के इस हम’ले को समर्थन इज़राइल जैसे देश ही कर पा रहे हैं जबकि दूसरी ओर फ़्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देश समझ रहे हैं कि इसके प’रिणाम गंभी’र हो सकते हैं. पश्चिम एशिया में इस ख़बर के आते ही प्र’दर्शन ते’ज़ हो गए.
सुलेमानी ईरान में तो बतौर हीरो पहचान रखते थे लेकिन ईराक़ में भी उनका बहुत सम्मान था. ऐसा माना जाता है कि IS’I’S को ईराक़ से ख’देड़ने में सुलेमानी ने बड़ी भूमिका निभाई थी. ईरान में वो सुप्रीम लीडर के बाद सबसे अधिक पोपुलर माने जाते रहे हैं. उनकी मौ’त से ईरान सकते में तो है लेकिन बदला लेने की बात भी कर रहा है. अमरीका ने भी पश्चिम एशिया में अपने नागरिकों को सतर्क रहने के लिए कहा है.
ईराक़ से सभी अमरीकी नागरिकों को वापिस बुलाने को आदेश जारी हो गया है. ये घटना इतनी बड़ी है कि इसको कई जानकार सीधे यु’द्ध मान रहे हैं. कई जानकार मानते हैं कि अमरीका ने ईरान के टॉप जन’रल को ईराक़ में मा’रा है, ये कोई ए’क्सीडेंट नहीं है कि मा’रने किसी और को गए और कोई और मर गया. अमरीकी सरकार ने भी इसमें वाहवाही लू’टने जैसे बयान भी दिए हैं.
अब इस मुद्दे पर सऊदी अरब का ब’यान आया है. सऊदी अरब ने बयान जारी कर कहा है कि दोनों पक्षों को सं’यम बरतना चाहिए. सऊदी सरकार ने हालाँकि सुलेमानी की ह’त्या को ईरान के पिछले कारनामों का नतीजा बताया. सऊदी अरब ने इंटरनेशनल कम्युनिटी को अपनी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए कहा है कि क्षेत्र में सु’रक्षा और स्थिर’ता कैसे क़ायम हो इसको समझने की ज़रूरत है.
वहीँ ईराक़ी सरकार अमरीकी कार्यवाई से बेहद ना’राज़ है. ईराक़ी सरकार ने साफ़ कह दिया है कि अमरीका और ईरान अपने झग’ड़ों के लिए ईराक़ की ज़मीन का इस्तेमाल न करें. आपको बता दें कि अमरीका ने एक ड्रोन ह’मले में ईरान आर्मी के क़ुद्स चीफ़ की ह’त्या कर दी. उनकी ह’त्या बग़दाद अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर सड़क पर की गई.