पश्चिम एशिया में स्थिति बड़े मुस्लि’म देश को एक बेशक़ीमती तेल भण्डार मिला है. ये तेल-भण्डार किसी और देश ने नहीं बल्कि ईरान ने ढूंढ़ निकाला है। एक अनुमान के अनुसार यह तेल का भंडार करीब 53 अरब बैरल का है। इस बेशकीमती कच्चे तेल का भंडार मिलने की घोषणा ख़ुद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने की है। कहा जा सकता है कि आर्थिक प्रतिबंधों की मार झेल रहे ईरान की अर्थव्यवस्था के लिए यह एक ख़ुशी की ख़बर है। ईरान में मिला कच्चे तेल का यह बेशकीमती भंडार दक्षिण-पश्चिम ईरान के 2400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के कहे मुताबिक ये इलाक़ा ईरान के ख़ुज़ेस्तान प्रांत में है। 65 अरब बैरल वाले ईरान के अहवाज़ तेल क्षेत्र के बाद यह दूसरा बड़ा तेल क्षेत्र होगा। तेल निर्यातक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द पैट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज़ यानी ओपेक का ईरान संस्थापक देश रहा है। ईरान के पास इस समय कुल प्रमाणित तेल भंडार 155.6 अरब बैरल का है। अब इस नई खोज के बाद ईरान के कुल तेल भंडार में 34 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी हो गई है।
अगर अमेरिकी इंफॉर्मेशन एनर्जी एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो ईरान दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल भंडार वाला देश है। और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गैस भंडार वाला देश भी है। और अब इस नए कच्चे तेल के भंडार की खोज के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी का कहना है कि ईरान दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल भंडार वाला देश बन जाएगा।
इसके साथ ही अमेरिका की वजह से आर्थिक प्रतिबंधों से जूझ रहे ईरान ने अमेरिका पर शब्दों का तीखा हमला बोला है। सूत्रों से प्राप्त ख़बरों के मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि, “हम लोग अमेरिका से कहना चाहते हैं, कि हम एक अमीर देश हैं, और आपकी शत्रुता के साथ कठोर प्रतिबंधों के बावजूद ईरान के तेल उद्योग के कामगारों और इंजीनियरों ने नये तेल क्षेत्र की खोज की है।”