चुनाव आयोग ने एक भोपाल से भाजपा की उम्मीद’वार प्रज्ञा ठाकुर पर कार्यवाही की है. आयोग ने ठाकुर को 3 दिन के लिए प्रचार करने से रोक दिया है. उन्होंने अपनी उम्मीद’वारी घोषित होने के बाद से ही कई ऐसे बयान दिए थे जिनको लेकर काफ़ी विवाद हो गया था. ठाकुर ने पूर्व ATS चीफ़ हेमंत करकरे के बारे में एक ऐसी टिपण्णी की जिसके बाद उनकी देश भर में निंदा हुई.
इसके बाद उन्होंने अपने बयान से पलटी तो मार ली लेकिन आगे उनके इस तरह के बयान आते रहे जिनकी वजह से वो विवादों में रहीं. आयोग ने बुधवार को भाजपा उम्मीद’वार के ख़िलाफ़ कार्यवाही की और उनकी टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें 72 घण्टों के लिए बैन कर दिया. चुनाव आयोग ने अपने फ़ैसले के साथ टिपण्णी भी की और कहा कि प्रज्ञा ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी से संबंधित अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है, लेकिन आयोग को लगता है कि उनका यह बयान ‘‘अनुचित’’ है.
प्रज्ञा पर 2 मई की सुबह 6 बजे से प्रतिबन्ध लगाया गया है. प्रज्ञा ने हेमंत करकरे पर तो ग़लत टिपण्णी की ही थी, साथ ही साथ उन्होंने बाबरी मस्जिद के गिराए जाने को लेकर भी विवादित बयान दिया है. उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराए जाने को लेकर कहा कि मैं बाबरी मस्जिद गिराने के लिए गई थी. प्रज्ञा ठाकुर के बयान की सामाजिक संस्थाओं ने भी निंदा की थी. हेमंत करकरे को लेकर दिए उनके बयान पर आईपीएस एसोसिएशन ने भी आपत्ति दर्ज कराई. आपको बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट से प्रज्ञा ठाकुर का सीधा मुक़ाबला कांग्रेस वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से है.