जेद्दाह: सऊदी अरब एक पारम्परागत देश कहलाता है. ऐसा माना जाता है कि ये देश अभी भी अपनी परम्पराओं का सम्मान करता है और यहाँ के लोग अपने कल्चर को फॉलो करते हैं. इस बात को समझते हुए ही सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने देश के कल्चर को बचाने के लिए कई निर्णय लिए हैं. आपको बता दें कि क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है.
देश में सिनेमा हॉल से लेकर के ओपेरा हाउस तक खोले जा रहे हैं. महिलाओं के लिए कई प्रकार के ऐसे फ़ैसले लिए जा रहे हैं जो पश्चिमी मानकों में महिला अधिकारों की ओर बड़े क़दम हैं. सऊदी अरब की सरकार के हालिया लिए गए फ़ैसलों की तारीफ़ लगभग पूरी दुनिया में हुई है. जहाँ एक ओर देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है वहीँ क्राउन प्रिंस पर ये भी द’बाव है कि वो किस तरह देश की पुरानी परम्पराओं को बचाते हैं.
क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने इसी वजह से एतिहासिक इमारतों को दुबारा ठीक करने की बात की थी. इसी फ़ेहरिस्त में क्राउन प्रिंस ने एक बड़ा फ़ैसला लिया है. क्राउन प्रिंस सलमान ने आदेश जारी किया है कि प्रिंसेस नोराह बिन्त अब्दुलरहमान के पैलेस को ठीक किया जाए. इस पैलेस को अल-शम्सिय्याह के नाम से जाना जाता है. इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि क्राउन प्रिंस ने कहा है कि ये उनके पैसों पर होगा.
इस महल के रेस्टोरेशन के लिए क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान अपने ख़र्चे से पैसा देंगे. क्राउन प्रिंस के इस फ़ैसले को उनके इतिहास प्रेम का ही संकेत माना जा रहा है. जानकार मानते हैं कि वो भले ही मॉडर्निटी की ओर जा रहे हों लेकिन अपने देश के कल्चर को वो छोड़ने वाले नहीं हैं और वो उसके लिए लगातार अच्छा काम करते रहेंगे. क्राउन प्रिंस के फ़ैसले की प्रिंस बद्र बिन अब्दुल्लाह बिन फ़रहान ने तारीफ़ की.