कोरोना वाय’रस बड़ी तेज़ी ने दुनियाभर में फैल रहा है। सभी सरकारें इस वाय’रस से बचने के लिए बड़े बड़े क़द’म उठा रही हैं। वहीं भारत सरकार ने भी कई देशों के लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी है। सोमवा’र को सरकार ने आदेश जारी करते हुए यूरोपीय संघ के देशों, तुर्की और ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर 18 से 31 मार्च तक पाबंदी लगा दी है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने यह भी बताया कि कोरोना वाय’रस संक्रम’ण के चार नए मामले ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और केरल से सामने आए हैं।
सोमवा’र को भारत में इस वाय’रस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 100 से अधिक हो गई है। इनमें दो लोगों की मौ’त, इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके तीन लोग और अस्पताल से छुट्टी पा चुके 10 लोग भी शामिल हैं। मंत्रालय के अधिकारियों ने न्यूज रिपोर्टरों को बताया कि मंत्रियों की बैठक के बाद 31 मार्च को सरकार ने वायरस से बचने के लिए लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि संक्र’मित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों की संख्या अभी तक 5,200 से ज्यादा हो गई है। उन सभी पर नजर रखी जा रही है।
मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि “यूरोपीय संघ के सदस्य देशों, यूरोपीय मुक्त व्यापार एसोसिएशन, तुर्की और ब्रिटेन से भारत आने वाले यात्रियों की यात्रा पर 18 मार्च, 2020 से प्रतिबंध लगाया जाता है।” उन्होंने कहा कि “कोई भी विमानन कंपनी उक्त देशों के यात्रियों को 18 मार्च, 2020 दोपहर 12 बजे (मानक समयानुसार) के बाद अपनी उड़ानों में ना बैठाए। विमानन कंपनियां इस पाबंदी को उड़ान शुरू होने के स्थान पर ही लागू करें।” उन्होंने कहा कि “दोनों निर्देश अस्थाई कद’म हैं और फिलहाल 31 मार्च, 2020 तक प्रभावी रहेंगे। फिर इनकी समीक्षा की जाएगी।”
इसके अलावा सरकार की ओर से यह भी कहा गया कि 31 मार्च तक पूरे देश में स्विमिंग पूल, मॉल, स्कूलों को बंद करने, कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति, सार्वजनिक परिवहन का कम उपयोग, लोगों के बीच 1 मीटर की दूरी बनाए रखना जैसे उपायों पर ध्यान देना चाहिए। वहीं मंत्रालय की ओर से छात्रों से घर पर रहने की सलाह दी गई साथ ही ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया। मंत्रालय ने कहा कि “सामाजिक दूरी के दायरे को बढ़ाने के लिए सार्वजनिक परिवहन के तहत बसों, ट्रेन और विमानों से गैर जरूरी यात्रा से परहेज किया जाना चाहिए।”