जब इन्टरनेट का आविष्कार हुआ था तो लोगों को लगा था कि अब सही जानकारी आम लोगों तक पहुँचने में आसानी होगी. परन्तु जैसे-जैसे सोशल मीडिया का विकास हुआ सही के बजाय ग़लत जानकारी इस तरह से लोगों तक पहुँची है कि अब सही क्या है और ग़लत क्या, इसका पता लगाना ही मुश्किल हो गया है.
ऐसा क्यूँ है और ग़लत जानकारी का इतना विकास क्यूँ हो गया है तो इसका कारण है कि इस तरह की जानकारी राजनीतिक दल और उनसे जुड़े लोग अपने फ़ायदे के लिए आगे बढ़ाते हैं. हमारे देश की बात करें तो यहाँ कब कौन क्या बोल दे कुछ पता नहीं है. फ़िलहाल हम जिस बयान की चर्चा करने जा रहे हैं वो बिहार की नीतीश कुमार सरकार के मंत्री रामसूरत राय का है.
बिहार सरकार में राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने मुज़फ्फरपुर ज़िले की औराई विधानसभा का दौरा करने के दौरान एक जनसभा को संबोधित किया. रामसूरत राय भाजपा विधायक हैं और भाजपा कोटे से जदयू के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री हैं. राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए लोगों से कहा कि अगर आप सभी आज ज़िन्दा हैं, तो वह नरेंद्र मोदी की देन है.
वो औराई विधानसभा से ही विधायक हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सभी देशों का बुरा हाल था, पाकिस्तान का हाल तो आपने टीवी पर देखा ही होगा. अब राय साहब का ये वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ गया है. इस वीडियो में उनको कहते हुए सुना जा सकता है कि,”अगर आज आप ज़िन्दा हैं तो वो केवल नरेंद्र मोदी की देन है. अगर नरेंद्र मोदी ने कोविड वैक्सीन का आविष्कार ना किया होता, फ़्री वैक्सीन नहीं लगाई होती तो शायद ही कोई ज़िन्दा होता. कोरोना की पहली लहर हल्की थी, लेकिन दूसरी लहर में हर किसी के परिवार के किसी सदस्य, रिश्तेदार, दोस्त किसी ना किसी की मौत ज़रूर हुई है.”
वो आगे कहते हैं,”विकास का काम हो रहा है, और विकास होना चाहिए. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं. सरकारें व्यवस्था के तहत चलती हैं, सरकार धीरे धीरे काम कर रही है. पहले आपके जान-माल की सुरक्षा करते हुए, जो पैस बचता है उससे विकास करते हैं. 2-3 वर्षों में कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था गड़बड़ाई है. बहुत सारे देशों में तो स्थिति बहुत ख़राब है. आपने पाकिस्तान का हाल टीवी पर देखा ही होगा. फिर भी आप भारत में सुकून और चैन से रह रहे हैं.”
अब ये सवाल भी ज़हन में उठता है कि मंत्री जी क्या वाक़ई में इस बात को मानते हैं कि कोविड वैक्सीन का आविष्कार प्रधानमंत्री मोदी ने किया है या फिर वो बड़बोलेपन में ही ये सब बोल गए. बात जो भी हो लेकिन आज के दौर में कब कौन क्या बयान दे दे, ये किसी को नहीं पता.