नई दिल्ली: राज्यसभा में आज ना’गरिक’ता सं’शोधन बिल, 2019 पेश हुआ. इस बि’ल को सेलेक्ट समिति में भेजने का प्रस्ताव सदन में गि’र गया. 99 सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया लेकिन 124 सदस्यों ने इसके ख़ि’लाफ़ अपना म’त दिया. इस बिल पर वोटिंग से पहले ही शिवसेना ने बिल का बहिष्कार करने की बात कही. इससे ऐसा लगा कि भाजपा को एक झ’टका लगा है. बिल पर जब वोटिंग हुई तो इसके पक्ष में 125 मत पड़े जबकि इसके ख़िला’फ़ 105 मत पड़े. इस समय सदन के अन्दर कुल 209 सदस्य मौजूद हैं.
नागरिक संशो’धन बि’ल के कार’ण देश में इन दिनों माहौ’ल काफ़ी गर’म है जहाँ ये विधे’यक हाल ही में लोकसभा में पास हो गया है वहीं आज इसे राज्यसभा में पास करने की प्रक्रि’या चल रही है। लेकिन विप’क्ष की पार्टियों की ओर से कई विरो’ध झे’लने पड़ रहे हैं। सभी इसे भारत के ध’र्मनिरपे’क्ष विचार के विरु’द्ध बता रहे हैं। इसका सीधा कार’ण है इस विधे’यक के ज़रि’ए शर’णार्थि’यों को नाग’रिकता का अधि’कार मिलेगा लेकिन तभी जब वो इस बिल में उल्लेखित धा’र्मिक समु’दाय के हों और इस बि’ल में मुस्लि’म समु’दाय को शा’मिल नहीं किया गया है।
इसके बाद से ही इस बि’ल के ध’र्मनिर’पेक्ष न होने तथा भारत को एक ध’र्म निरपे’क्ष रा’ष्ट्र की जगह हिं’दू रा’ष्ट्र बनाए जाने के वि’चार को बल देने का इ’ल्ज़ाम स’त्ता प’क्ष पर लग रहा है। इस बि’ल को पे’श करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर इल्ज़ा’म लगाते हुए कहा कि वो एक ऐसी पार्टी रही है जिसने ध’र्म के नाम पर दो देश बनवा दिए। उन्होंने इस बात के ज़रिए भारत- पाकि’स्तान के बँ’टवारे की ओर इशा’रा किया।
इस बात पर आप’त्ति जता’ते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह को अपनी बात वाप’स लेने की बात कहते हुए कहा कि “मैं गृहमंत्री से अनु’रोध करता हूँ कि उन्होंने जो इल्ज़ा’म कांग्रेस पर लगाया है उसे वाप’स लें क्योंकि कांग्रेस में हम उस एक (ध’र्मनिरपे’क्ष) रा’ष्ट्र की सोच पर विश्वास करते हैं, जिस पर आप विश्वास नहीं करते। वो लोग जिन्हें भारत के बारे में ही नहीं पता वो भारत की विचा’रधारा को नहीं बचा सकते।”
वहीं कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम ने इस बि’ल का विरो’ध करते हुए कहा कि “यह एक दु’खद दिन है कि संवैधा’निक रूप से निर्वा’चित सां’सदों को कुछ असंवै’धानिक करने के लिए कहा जा रहा है। ये बि’ल स्पष्ट रूप से असंवै’धानिक है। सर’कार कह रही है कि उन्हें 130 करोड़ लोगों का सम’र्थन है लेकिन देश का उत्तर- पूर्वी भाग धध’क रहा है।” बिल के पास होने की स्थि’ति में अपना क़द’म बताते हुए उन्होंने आगे कहा कि “अगर आज ये बिल सदन में पास हो जाता है तो इसे हम सुप्रीम को’र्ट में चुनौ’ती देंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि सुप्रीम को’र्ट के जज इस बि’ल के प’क्ष में निर्णय नहीं देंगे।”