मुंबई: महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर बड़ा फ़ैसला लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को कल शाम पाँच बजे से पहले तक बहुमत सिद्ध करना होगा. प्रो-टेम स्पीकर शपथ दिलाएगा जिसके बाद वोटिंग होगी. वोटिंग के बारे में अदालत ने कहा है कि ये ओपन सीक्रेट बैलट से होगी. अदालत के फ़ैसले को विपक्षी दलों ने ‘संविधान की जीत’ बताया है जबकि भाजपा ने फ़ैसले के तुरंत बाद मीटिंग बुलाई है.
सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने कहा कि आज का फ़ैसला भारतीय लोकतंत्र में एक मील का पत्थर है. उन्होंने कहा कि कल पाँच बजे से पहले ही पता चल जाएगा कि भाजपा का गेम ओवर हो चुका. उन्होंने आगे कहा कि कुछ ही दिनों में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार महाराष्ट्र में होगी. पृथ्वीराज चव्हाण ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चव्हाण ने कहा कि देवेन्द्र फडनवीस को आज इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.
चव्हाण ने कहा कि कल 11 बजे सभी सदस्य शपथ लेंगे और पाँच बजे फ्लूर टेस्ट होगा. उन्होंने बताया कि गठबंधन की तीनों पार्टियाँ इस आदेश से संतुष्ट हैं.इस बीच ख़बर है कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के आवास पर एक अहम् बैठक होने वाली है. इस बैठक के लिए आशीष शेलर, रावसाहेब दानवे, गिरीश महाजन, भूपेन्द्र यादव और दूसरे वरिष्ठ नेता पहुँचे हैं. एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भी सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले की तारीफ़ की है. उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर सत्यमेव जयते लिखा.
इस बीच ऐसी भी ख़बरें आ रही हैं कि महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री आज कोई बड़ा क़दम उठा सकते हैं. एनसीपी के सूत्रों की माने तो वो अजीत पवार को वापिस लाना चाहते हैं लेकिन अभी भी उनके आने में संशय बना हुआ है. अजीत पवार की मुश्किल ये है कि उन्होंने जल्दबाज़ी में एक क़दम उठा लिया है जिससे पीछे हटना भी उनके लिए अच्छा नहीं है और उस पर रहना और भी बुरा है. सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद कुछ वरिष्ठ जानकार मानते हैं कि अगर अजीत पवार के पास एनसीपी के ज़्यादा विधायक नहीं हैं तो उन्हें आज ही सरकार से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.