लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी हार हुई थी. भाजपा को भले ही बड़ी जीत हासिल हो गई हो लेकिन पंजाब में भाजपा को कोई ख़ास कामयाबी नहीं मिली थी. भाजपा और उसके सहयोगियों को यहाँ बहुत कम ही सीटें मिली थीं. इसका अर्थ यही है कि पंजाब में कांग्रेस अभी भी मज़बूत है. एक बार फिर कांग्रेस के लिए पंजाब से अच्छी ख़बर सुनने को मिल रही है. हेडलाइन२४ में आयी ख़बर के मुताबिक़ लोकसभा चुनाव के बाद निकाय चुनाव के नतीजे आये है उसमे भी कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है वही भाजपा का सूफड़ा साफ़ हो गया है.
पंजाब में शुक्रवार को वार्डों के उपचुनाव में कांग्रेस का परचम फिर लहराया है. नगर पंचायत तलवाड़ा में सबसे अधिक 13 सीटों पर मतदान हुआ,जिसमें से 11 में कांग्रेस प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. भाजपा के खाते में एक सीट आई और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने कब्जा जमा लिया. अबोहर,अमृतसर,बुढलाडा, बठिंडा और संगरूर में कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत का परचम फहराया.
हालांकि विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जीत के लिए सत्ता का सहारा लिया. कांग्रेस ने इसे विकास कार्यों और उपलब्धियों का नतीजा बताया. अबोहर में वार्ड नंबर 22 के उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए सड़क पर धरना लगाकर करीब एक घंटे तक चक्का जाम रखकर चुनाव रद्द करने की मांग की.
सूचना मिलते ही डीएसपी कुलदीप भुल्लर ने मौके पर पहुंचे और विधायक अरुण नारंग को साथ लेकर पोलिंग बूथों का दौरा किया।गुरदासपुर के कस्बा धारीवाल के वार्ड नंबर 2 के उप चुनाव के नतीजे के समय उस समय हंगामा हो गया जब पोलिंग पार्टी ने मौके पर नतीजा घोषित किए बिना ईवीएम और उम्मीदवारों को चुनाव रिर्टनिंग अफसर गुरदासपुर के कार्यालय ले गए और देर शाम को कांग्रेसी उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया।
भाजपा जिला प्रधान बाल कृष्ण मित्तल और अकाली नेता कंवलप्रीत ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया।इसके विरोध में भाजपा ने डडवां रोड पर धरना दिया और शनिवार को धारीवाल बंद का एलान किया है.वहीं एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया।