लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सभी राजनैतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में लग गए है। 403 विधानसभा सीटों के प्रदेश में ये बात लगभग हर छोटा बड़ा दल जानता है कि अकेले अपने दम पर सभी सीटों पर कब्ज़ा करना उनके बस की बात नही है। इसलिए हर दल अपने राजनीतिक साथियों की तलाश शुरू कर चुका है जिसके सहारे सत्ता की कुर्सी मिल सके।
शनिवार का दिन उत्तर प्रदेश की राजनीति में दो वजहों से खास था। पहला जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सूबे में मतदान होना है। और दूसरा आज आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की है। दोनों के बीच तकरीबन 1 घण्टे लम्बी बात चीत हुई है। दोनो के बीच इस मुलाकात का अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए दोनो दल गठबंधन कर सकते हैं।
दोनों की इस मुलाकात से सियासी जगत में ह’लचल आ गयी है। आम आदमी पार्टी पिछले एक साल से लगातार संजय सिंह के नेतृत्व में प्रदेश में अपना आधार बनाने की कवायद करने में जुटी है। तो वहीं सपा को भी मालूम है कि चुनाव जीतने के लिए छोटे दलों को साथ लेना पड़ेगा। सपा यह भी जानती है कि आप का दिल्ली से सटे क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। जिसका फायदा आगामी चुनवों में गठबंधन करके लिया जा सकता है।
हालांकि ग’ठबंधन को लेकर इस तरह का कोई बयान दोनों दलों की ओर से नही आया है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यह पहले ही कह चुके हैं कि सपा बड़े दलों के साथ गठबंधन नही करेगी। सपा छोटे दलों को साथ लेकर आगामी विधानसभा चुनावों में चलेगी। ऐसे में अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि सपा सुभसपा,आप,प्रसपा जैसे दलों को अपने साथ जोड़कर भाजपा को मा’त देनी की तैयारी कर चुकी है।