चंडीगढ़: भाजपा की हाल ही में झारखण्ड में हा’र हुई और इसी महीने हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को हा’र का सामना करना पड़ा है. अब दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा में अब भाजपा सरकार मुश्किल में दिख रही है. हरियाणा में एक निर्दलीय विधायक ने भाजपा सरकार से स’मर्थन वापिस ले लिया है. इसके साथ ही भाजपा सरकार के लिए हरियाणा में मुश्किल स्थिति है. हालाँकि इससे सरकार गि’रने की कोई बात नहीं है लेकिन सत्ता पक्ष कमज़ोर ज़रूर दिखता है.
निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सरकार से समर्थन वापिस ले लिया. उन्होंने चंडीगढ़ में कहा कि मैंने एक इमानदार सरकार को और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को समर्थन दिया था.. अब मुझे पता चल गया है कि ईमानदारी का दिखावा झूठा है. उन्होंने कहा कि वो असेम्बली स्पीकर को अपना लेटर देंगे जिसके ज़रिए वो समर्थन वापिस ले लेंगे. उनके इस बयान के बाद हरियाणा की सियासत में हलचल देखने को मिली.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बारे में बयान दिया कि वो कुंडू से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह की जांच के ख़िलाफ़ नहीं हैं लेकिन विश्वसनीय सबूत होने चाहियें. उन्होंने कहा कि अगर कोई सबूत नहीं है तो इन्क्वायरी का कोई कारण नहीं बनता है. आपको बता दें कि 90 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा की 40 सीटें हैं जबकि उसे जेजेपी का समर्थन हासिल है. जेजेपी के पास दस सीटें हैं. अब तक उसे 6 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल था जो घटकर पाँच रह जाएगा. राज्य में कांग्रेस की 31 सीटें हैं.