लोकसभा चुनाव समाप्त हुए अब लगभग एक महीना होने को है लेकिन नेताओं की ओर से बयानबाज़ी का दौर क़ायम है. रामपुर में ये मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. आज़म खान ने रामपुर लोकसभा सीट को बड़े अंतर से जीता है लेकिन भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा शायद अभी तक अपनी हार को पचा नहीं पाई हैं. उन्होंने आज़म के निर्वाचन के ख़िलाफ़ अदालत में याचिका दायर की है.
इससे अलग योगी सरकार से आज़म की तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच आज़म ने रामपुर लोकसभा सीट से भी इस्तीफ़ा देने की बात कही है. आजम खां ने कहा है कि लोकसभा के चुनाव में उनको हराने के लिए हर तरह के ह’थकंडे अपनाए गए.मान’वाधिकारों का उल्लंघन किया गया,एक खास वर्ग के लोगों पर जुल्म किए गए.अगर किसी तरह से चुनाव जीतना ही उद्देश्य है तो प्रधानमंत्री मोदी कहें,वह सांसद की शपथ लेने से पहले ही इस्तीफा देने को तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि हमें अगर यहां नहीं रहने देना है तो बता दें कहां जाएं।अपने आवास एक नौजवान की आपबीती सुनने के बाद आजम ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए पता नहीं कौन-कौन से हथकंडे अपनाए गए.आखिर कहां ले जा रहे हैं हम अपने देश हो,क्या यही लोकतंत्र है.कोई सुनने वाला नहीं है,पुलिस की शिकायत करेंगे तो वह मारेगी।
उन्होंने कहाकि अभी तो पांच दिन भी नहीं गुजरे हैं,पांच साल कैसे गुजरेंगे।आजम ने कहा कि रामपुर में पुलिस-प्रशासन ने एक खास के वर्ग लोगों पर जो जुल्म ढाए हैं उसकी शिकायत वह राष्ट्रपति से करेंगे।उनकी कोशिश होगी कि वह राष्ट्रपति से मुलाकात करें।अगर मुलाकात नहीं हो सकी तो उनको ज्ञापन भेजा जाएगा।
आजम खान ने कहा कि वह केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि रामपुर में चुनाव के दौरान जो कुछ भी हुआ उसकी जांच एक आयोग से कराई जाए.उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि जिनके साथ भी ज्यादती हुई है वह अपनी शिकायत उनके पास भेज सकता है.आजम खां ने कहा कि लोग जागरूक हो जाएं,अपने हक की लड़ाई लड़ें,इस मौके पर सपा के नगर अध्यक्ष आसिम राजा,फसाहत खां शानू,ओमेंद्र सिंह चौहान और मुमताज फूल अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.