नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के रूझान आना शुरू हो गए हैं. 70 सीटों वाली विधानसभा में आम आदमी पार्टी को बड़ा बहुमत मिलता दिख रहा है. ये आंकड़े बिलकुल शुरूआती हैं. 70 सीटों में से इस समय 53 सीटों पर आम आदमी पार्टी आगे है जबकि भाजपा महज़ 16 सीटों पर अपनी बढ़त बना पा रही है.कांग्रेस भी एक सीट पर आगे है. ये बढ़त भी पोस्टल बैलेट की है और ये माना जाता है कि पोस्टल बैलेट में अक्सर भाजपा आगे होती है.
बहुमत के लिए 36 सीटें चाहिएँ. आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अपनी नई दिल्ली सीट से जीत की ओर बढ़ रहे हैं. साल 2015 के विधानसभा चुनावों में केजरीवाल को इसी सीट से 57213 वोट मिले थे. उनके सामने बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ रहीं नुपूर शर्मा को 25630 वोट से ही संतोष करना पड़ा था. उन्होंने यहीं से 2013 में कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और 15 साल तक सीएम रहीं शीला दीक्षित को हराया था. तब केजरीवाल के 44269 मत के मुकाबले दीक्षित को महज 18405 वोट ही हासिल हो सके थे.
आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीट हासिल की थीं जबकि तीन सीटें ही भाजपा जीत सकी थी. कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पायी थी.चुनाव के बाद दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी पार्टी की जीत को लेकर पूरा भरोसा जता रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने अपने आवास पर पूजा-अर्चना की. जिसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं नर्वस नहीं हूं. मुझे पूरा विश्वास है कि आज का दिन बीजेपी के लिए अच्छा दिन है.”
उन्होंने कहा,”आज हम दिल्ली में सत्ता में आ रहे हैं. हैरान मत होना अगर हम 55 सीटें जीत जाएं.” मनोज तिवारी ने वोटिंग के बाद एक ट्वीट कर सबको हैरान कर दिया था. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘ये सभी एग्ज़िट पोल होंगे fail..मेरी ये ट्वीट सम्भाल के रखियेगा..भाजपा दिल्ली में ४८ सीट लेकर सरकार बनायेगी .. कृपया EVM को दोष देने का अभी से बहाना ना ढूँढे..’